रांची : पिस्का मोड़ में पेट्रोल पंप के पास स्थित गली में मजदूरी करने वाली 45 वर्षीया मंजू देवी को एक स्कूली बस ने शुक्रवार को अपनी चपेट में ले लिया। मंजू की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
वह सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के हेहल बांसटोली निवासी स्व. जतरू मुंडा की पत्नी थी और मजदूरी करती थी। घटना से आक्रोशित भीड़ ने सुबह आठ बजे से करीब 11 बजे दिन तक तक पिस्का मोड़ के समीप रांची-गुमला मार्ग को टायर जलाकर जाम कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को आश्वासन दिया और अंतिम संस्कार के लिए तुरंत 3000 रुपये देकर जाम हटवाया। परिजनों ने बताया कि प्रत्येक दिन की तरह मंजू देवी मजदूरी करने के लिए तेल मिल गली की ओर जा रही थीं। इसी बीच पिस्का मोड़ पेट्रोल पंप के समीप बाइलेन में डीएवी हेहल की एक बस ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। बस का नंबर 3879 था। नंबर के उपर के डिजिट को लोग नहीं देख पाए और बस चालक बस लेकर भाग निकला। शव के साथ सड़क पर उतरे लोग मंजू के इकलौते बेटे संदीप मुंडा को नौकरी और मुआवजे की मांग कर रहे थे। मौके पर पहुंची सुखदेवनगर व पंडरा पुलिस ने परिजनों को शांत कराया और जो भी सरकारी प्रावधान होगा, उसे पूरा कराने का आश्वासन दिया।
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लग गया जाम, बदल गए वाहनों के मार्ग
दुर्घटना के बाद रांची-गुमला मार्ग बंद होने से दो घंटे तक वाहनों की लंबी कतार लग गई। सुबह-सुबह स्कूली बसों का समय होता है, इसके कारण अधिकतर बसें रांची-डालटनगंजमार्ग से होकर रूट बदलकर इटकी रोड पहुंचीं। उधर की बसें भी इसी मार्ग से वापस हुई।