खूंटी: यूं तो खूंटी जिला नक्सल प्रभावित जिला के नाम से विख्यात है। जंगल पहाड़ों में भ्रमणशील कई नक्सली अब भी पुलिस के निशाने पर हैं बावजूद खूंटी जिले के युवाओं में देश सेवा की भावना देखने को मिल रही है।
देश की सरहदों में दुश्मनों को मात देने के लिए नक्सल प्रभावित खूँटी के बेरोजगार युवा अब बुलंद इरादों के साथ सेना की वर्दी धारण करने के इच्छुक हैं। जिले के बेरोजगर युवाओं के सकारात्मक सोच और बुलंद हौसले को लेकर एसपी आशुतोष शेखर ने पुलिस लाइन में लगातार सेना बहाली के लिए सुबह 6 बजे से 9बजे तक अभ्यास सत्र चला रखा है। अभ्यास सत्र में जिले के कई युवा पुलिसबल के निर्देशन और सहयोग से सेना बहाली के फिज़िकल टेस्ट के गुर सीखने में जुटे हैं।
खूंटी पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर के निर्देशन पर रनिया, कर्रा, मुरहू, अड़की, खुंटी, तोरपा समेत विभिन्न इलाकों के युवा इन दिनों पुलिस लाइन में सुबह से ही पसीना बहा रहे हैं। खूंटी पुलिस लाइन में प्रतिदिन सुबह 6 बजे से युवाओं को दौड़ अभ्यास के साथ-साथ पुशअप समेत अन्य जरूरी शारीरिक अभ्यास करा रही है। खूंटी पुलिस का मानना है कि सेना बहाली में युवाओं को कई तरह की शारीरिक प्रक्रियाओं की परीक्षा से गुजरना पड़ता है ऐसे में सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित इलाकों के युवा सेना बहाली में पिछड़ ना जाये इसलिए उन्हें पहले से ही प्रशिक्षण देकर पूरी प्रक्रिया से अवगत कराया जा रहा है। उनसे प्रतिदिन अभ्यास भी कराया जा रहा है अभ्यास में आए युवाओं का मानना है कि वे नक्सल प्रभावित इलाकों में रहते हैं और ऐसे में अपने इलाकों के लोगों के लिए युवा आदर्श बनेंगे और अन्य लड़के भी सेना बहाली की ओर आकर्षित होंगे। साथ ही जो भटके युवा है उन्हें भी मुख्यधारा में शामिल होने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
खूंटी पुलिस युवाओं को सेना भर्ती के लिए शारीरिक रूप से फिट बनाएगी। शारीरिक रूप से खूंटी के युवा फिट होंगे तो सेना बहाली में शारीरिक फिटनेस की सभी प्रक्रियाओं में उत्तीर्ण होंगे और सकारात्मक सोच के साथ सेना बहाली में अधिक से अधिक खूंटी के युवा अपनी नौकरी पक्की कर पाएंगे। सेना में जाने को इच्छुक नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के युवाओं के आगे आने से खुंटी की तस्वीर बदलेगी। नक्सल प्रभावित इलाके के नाम से जाना जाने वाला जिला सेना बहाली में अपना परचम लहराएगा और देश की सरहदों में जयहिंद के नारों के साथ दुश्मनों को करारा जवाब भी देगा। खूंटी जिले की नकारात्मक तस्वीर को बदलने की जिम्मेवारी अब जिले के बेरोजगार युवाओं के कंधों पर आ गया है। खुंटी के बेरोजगर युवा अब राह भटके नक्सलियों को भी नई राह दिखाने की राह पर चल पड़े हैं। सेना बहाली में खुंटी के युवा उत्तीर्ण होकर अब देश की सरहदों में बंदूक थामकर देश के सेवा में दुश्मनों पर निशाना लगाने की तैयारी में जमकर अभ्यास में पसीना बहा रहे हैं।