कुपोषण उपचार केंद्र में कुपोषित बच्चों को संख्या पर सी एस ने वहां की सात में से तीन ए एन एम को विभिन्न उप स्वास्थ्य केंद्रों में भेजने का दिया निर्देश
बसंत कुमार गुप्ता
गुमला: सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रायडीह में कुव्यवस्था में सुधार हेतु स्वास्थ्यकर्मियों के साथ गुमला के सिविल सर्जन डॉ विजया भेंगरा ने मैराथन बैठक किया।उहोंने ओ पी डी में रोस्टर बनाकर सभी ए एन एम का मोबाईल नम्बर के साथ डयूटी लगाने का निर्देश दिया। दुर्घटना या अन्य बीमारी में अधिक संख्या में मरीजों के आने पर ओ पी डी की नर्स के साथ कुपोषण उपचार केंद्र और प्रसव कक्ष में डयूटी में रहने वाली सभी स्टाफ नर्स और ए एन एम उपचार में सहयोग करेंगी। अक्सर ये बात आती है की ये नर्सें आने में आनाकानी करती हैं।यदि ऐसा पाया जायेगा तो उनके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई की जायेगी।कुपोषण उपचार केंद्र में कार्यरत सभी सात ए एन एम और एक काउंसलर को मीटिंग में उठाकर कर उनके योगदान की तिथि और इलाजरत कुपोषित बच्चों के बारे में अद्यतन जानकारी ली।तो बात छन कर सामने आई कि 2007 और 2010 से ये कार्यरत हैं।बच्चे मात्र तीन हैं।ये नर्स इतने दिनों से कुंडली मार कर बैंठी हैं। इतना इतना नर्स क्या डयूटी करती है।बिना बच्चों का। इन्हे उप स्वास्थ्य केंद्रों में भेजने का निर्देश प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार खेस को दिया।इस पर खेस ने कहा कि ये विशेष प्रशिक्षण लेकर आई हैं।इन्हे फिल्ड भेजना उचित नहीं होगा।इस पर सी एस भड़क उठी।और बोली कि डॉ,नर्स अन्य ,स्वास्थ्यकर्मियों सबका प्रशिक्षण होता है।किसी नया को भी प्रशिक्षित किया जा सकता है।कोई जरूरी नहीं कि ये है लंबे समय तक पदस्थापित रहें।और सी एस मैडम सातों ए एन एम में कौन फिल्ड जाएगी और कौन एम टी सी( कुपोषण उपचार केंद्र )में ही रहेंगी इसका पारदर्शी निर्णय के लिए मीटिंग में ही लॉटरी निकाला ।इसमें तीन ए एन एम जयंती लकड़ा उर्फ जया ,अंजलि सलोमी कुजूर और मिस्पा केरकेट्टा को जिन उप स्वास्थ्य केंद्रों में ए एन एम की संख्या कम है वहीं पदस्थापित करने का सख्त निर्देश दिया।और चार ए एन एम कांति कुमारी, इग्नेशिया बड़ा, निर्मला मिंज, फुलमनी टोप्पो एम टी सी में सेवा देंगी। इसके साथ स्वास्थ्य प्रशिक्षक जीता उरांव और प्रखंड प्रसार प्रशिक्षक विनय कुमार भगत को विभिन्न उप स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत ए अ एन एम और एम पी डब्ल्यू की निगरानी के लिए केंद्रों की जिम्मेवारी देने का निर्देश दिया।सभी चतुर्थवर्गीय कर्मियों को समय पर आने और ओ पी डी प्रारम्भ से पहले सुबह नौ बजे और समाप्ति पर 3 बजे यानी दो बार फर्श की सफाई करने का निर्देश दिया।इस मौके पर डी पी एम जया रेशमा खाखा, प्रधान लिपिक अशोक कुमार लाल, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार खेस, प्रखंड कार्यालय प्रबंधक विक्की केशरी,प्रखंड लेखा प्रबंधक संतोष उरांव, फार्मासिस्ट प्रवीण कुमार साहू ,अजय कुमार गुप्ता,लैब टेक्नीशियन पूनम खलखो , ग्लोरी या लकड़ा, आभा किशोरी एक्का,शांति लकड़ा,भोला साहू, लीना बरला आदि उपस्थित थे।