बोकारो से जय सिन्हा
बोकारो: बोकारो स्टील सिटी काॅलेज के मनोविज्ञान विभाग की ओर आयोजित ऑनलाइन देशभक्ति व भक्ति गीत प्रतियोगिता का समापन आज हो गया। इस प्रतियोगिता में सैकड़ों की संख्या में विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। विशेष अतिथि के रूप में कोल्हान यूनिवर्सिटी की सेवानिवृत्त शिक्षक डॉ रागनी भूषण उपस्थित हुई जिन्होंने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि माँ तुम्हारा ऋण बहुत है । देशभक्ति व भक्ति गीत में भाग लेने वाले विद्यार्थियों के जज्बे को सलाम करते हुए देशभक्ति गीत प्रस्तुत किये ।
विभाग के व्याख्याता डॉ प्रभाकर कुमार ने कहा कि देशभक्ति व भक्ति गीतों से लयबद्ध होना अपनी संस्कृति व संस्कारो को अपने जीवन मे उतारना जैसा है । विद्यार्थियों में अटूट राष्ट्र प्रेम भी भावना पुष्पित पल्वित हो इसके लिए राष्ट्र से संबंधित उद्बोधन अति आवश्यक जो देशभक्ति व भक्ति गीतों के माध्यम से विद्यार्थियों के समग्र व्यक्तित्व निर्माण को मार्गदर्शक देने का कार्य जैसी है ।
ऑनलाइन देशभक्ति व भक्ति गीत प्रतियोगिता में सहभागिता अभिषेक आनंद , अनिशा , गुलाब मोदी , जया कुमारी , कपिल अख्तर , खुश्बू कुमारी , क्रांति कुमारी , सीता कुमारी , किरण मेहता , सैमुद्दिन अंसारी , सत्यम कुमार , स्वेता कुमारी , कृष्ण कांत तिवारी , श्रेया कुमारी , सोनी कुमारी , वर्तिका कुमारी , सुजाता कुमारी , स्वेता तिवारी आदि की रही ।
ऑनलाइन देशभक्ति व भक्ति गीत प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों में सेमेस्टर 6 के अभिषेक आनंद , सेमेस्टर 4 से स्वेता कुमारी , सेमेस्टर 2 से जीतू कुमार एवं इंटरमीडिएट से श्रेया कुमारी रहे । अपने अपने सेमेस्टर मे उत्कृष्ट प्रदर्शन । इसके साथ सांत्वना पुरस्कार मे वर्तिका कुमारी , सीता कुमारी , सुजाता कुमारी , सत्यम कुमार का स्थान ।
देशभक्ति व भक्ति गीतों में अच्युतम केश्वम , कौन कहता भगवान आते नहीं , तलवारों पर सर दिये , किसी के मुस्कराहटों , ये मेरे वतन के लोगों , हम सब भारतीय है , आओ बच्चों तुम्हे दिखाये , दे दी आजादी बिना , ये वतन वतन तू रहे आजाद तू , ये मेरे प्यारे वतन , अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नही , माँ तुम्हारा ऋण बहुत , हिम्मत कदम बढ़ाना , ये मत कहो खुदा से , तेरी उंगली पकड़ के चला , चारों धाम यहीं माँ पिता मे आदि ।
राष्ट्र प्रेम सर्वोच्च अभिव्यक्ति । इन्हीं रूपों में ऑनलाइन देशभक्ति व भक्ति गीत प्रतियोगिता का आयोजन ।