रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर: दरअसल बात पोटका गांव की है जहां एक बच्ची के माता-पिता नहीं है दूध के बूंद के तरसती बच्ची शिक्षाविद् निरुप कुमार प्रधान के निशुल्क बुनियादी शिक्षण संस्थान से है जिसके बारे में उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में डाला था। जिसको संज्ञान लेते हुए स्वयं अधिकारी गण बच्चे से मिलने पहुंचे इतना ही उस बच्ची के लिए दुध इत्यादि की व्यवस्था भी इन अधिकारियों ने की। साथ ही साथ वहां के गांव के लोगों की समस्या को भी सुने एवं निवारण हेतु यथासंभव प्रयास करने का आश्वासन भी दिए। शिक्षाविद निरुप ने सभी अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।