खूंटी: पारा मिलिट्री फ़ोर्स इन दिनों लगातार सुदूरवर्ती जंगल पहाड़ों वाले इलाकों में स्वास्थ्य जांच शिविर और सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम आयोजित कर रही है। जिन इलाकों में ग्रामीण जिला प्रशासन से अपनी दूरियां बनाकर सरकारी योजनाओं का बहिष्कार करते थे। उन्हीं इलाकों में अब पारा मिलिट्री फ़ोर्स ग्रामीणों से नजदीकियां बनाकर भटके युवाओं को भी मुख्यधारा में जोड़ने की कोशिश में जुटे हैं।
इसी क्रम में खूंटी जिले के नक्सल प्रभावित मारंगहादा सीआरपीएफ कैम्प परिसर में आज सीआरपीएफ की 133 वीं बटालियन ने सामुदायिक पुलिसिंग का कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में दूर दराज से आये वृद्ध महिला पुरुषों के बीच रेडियो, मच्छड़दानी, कम्बल का वितरण किया गया। वहीं युवाओं के बीच बॉलीबॉल और फुटबॉल खेल सामग्रियों का वितरण किया गया।
साथ ही मारंगहादा में सीआरपीएफ द्वारा आयोजित स्वास्थ्य शिविर में बड़ी संख्या में महिलाओं ने कमर दर्द, जॉइंट पेन, सर दर्द, खून की कमी, ब्लड प्रेशर, आंख दर्द समेत विभिन्न बीमारियों का मुफ्त में डॉक्टर जीवन मसीह कंडुलना से इलाज कर दवाईयां ली। बता दें कि खूँटी के जंगल पहाड़ों वाले इलाके में पैसे की कमी के कारण ग्रामीण अपनी बीमारियों का इलाज नहीं पाते हैं। ऐसे में स्वास्थ्य शिविरों में बड़ी संख्या में महिला पुरुष और बुजुर्ग अपनी स्वास्थ्य जांच कराने पहुंचते हैं। स्वास्थ्य शिविर में ग्रामीण अपनी स्वास्थ्य जांच कराकर प्रसन्नचित नजर आ रहे थे।
मौके पर सीआरपीएफ के कमांडेंट संजय कुमार सिंह ने बताया कि इस तरह के आयोजन से ग्रामीणों के साथ नजदीकियां बढ़ती हैं और केंद्र तथा राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने में सहयोग मिलती है। सिविक एक्शन कार्यक्रम से अब सुदूरवर्ती इलाकों के युवा सकारात्मक सोच के साथ पुलिसबलों से कैरियर सलाह भी लेने लगे हैं।
सिविक एक्शन कार्यक्रम में सीआरपीएफ 133 बटालियन के कमांडेंट संजय कुमार सिंह, उपकमांडेंट नरेश प्रसाद यादव, उपनिरीक्षक पीएन राव मोदोक, सहायक उपनिरीक्षक अजीत सिंह, ग्राम प्रधान राजेश नाग, प्रेमचंद टूटी, मारंगहादा उच्च विद्यालय के प्रधानाचार्य आलोक आनंद मुंडू समेत सीआरपीएफ के जवान और स्थानीय ग्रामीण शामिल थे।