गोड्डा से अभय पलिवार की रिपोर्ट
गोड्डा: प्रखंड ठाकुरगंगटी के ग्रामीण इलाके से ताल्लुक रखने वाला एक परिवार, जिसका 14 वर्षीय पुत्र वर्ष 2017 में परिजनों से बिछुड़ कर कहीं चला गया था, को स्थानीय प्रशासन के सहयोग से मंगलवार को उसके पिता को सुपुर्द कर दिया गया
बताते चले कि ठाकुरगंगटी प्रखंड अंतर्गत एक मजदूर परिवार का 14 वर्षीय पुत्र, जो मानसिक रूप से थोड़ा कमजोर बताया जाता है, अपने परिवार से बिछड़ कर भागलपुर चला गया था। बालक मंदबुद्धि था, इस कारण एक व्यक्ति उससे काफी समय तक ट्रेन में पानी का बोतल बेचवाने का काम करवाया करता था।
बालक ने बताया कि वह व्यक्ति इसके बदले उसे खाना पीना दिया करता था। एक दिन किसी कारणवश गुस्सा होकर वह वहां से भाग कर वर्द्धमान चला गया। वर्द्धमान में भी वह अन्य कुछ बच्चों के साथ मिलकर कचरा चुनने का काम करने लगा। वर्द्धमान के लोगों द्वारा उसे वहां के बालगृह में आवासित कराया गया। बालक द्वारा सही पता नही बात पाने के कारण उसे पटना स्थानांतरित कराया गया। पटना के सफीनह बालगृह में आवासन के क्रम से ज्ञात हुआ कि बालक को हृदय का भी बीमारी है। बालगृह पटना के अधीक्षक के पहल पर बालक का इलाज पीएमसीएच मे कराया गया। इलाज के बाद बालक का लगातार कॉउंसलिंग होने पर बालक ने अपना सही पता बताया। तत्पश्चात ज़िला बाल संरक्षण इकाई, गोड्डा के संरक्षण अधिकारी ओम प्रकाश ने मामले को संज्ञान में लेते हुए उक्त बालक का गृह जांच कराया। गृह जांच के उपरांत बाल कल्याण समिति, पटना के अध्यक्ष से श्री प्रकाश ने दूरभाष पर सम्पर्क किया एवं आवश्यक कागज़ी कार्रवाई पूरा करते हुए बालक को अपने ज़िला स्थानांतरण संबंधी अनुरोध किया। संरक्षण अधिकारी, ओम प्रकाश के पहल पर मंगलवार को बालक चार वर्षों बाद अपने परिजनों से मिला। अपने खोये पुत्र से चार वर्षों बाद मिलकर उसके पिता फुले नही समाये। उन्होंने भाव विभोर हो अपने पुत्र को गले लगाया। बालक की काउंसलिंग परामर्शी वरुण कुमार द्वारा किया गया। समिति के सदस्य बिजय कुमार ने आवश्यक कार्रवाई पूरा कर बच्चे को उसके पिता को देखरेख हेतु सुपुर्द कर दिया।
मौके पर बाल कल्याण समिति के विजय कुमार, संरक्षण अधिकारी ओम प्रकाश, परामर्शी वरुण कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता मुज़फ्फर आलम, बालक के परिजन व अन्य उपस्थित थे।