बैठक में वन प्रमंडल पदाधिकारी, जिले के उप विकास आयुक्त, अपर उपायुक्त, परियोजना निदेशक-आईटीडीए सहित सभी संबंधित विभाग के पदाधिकारी रहे मौजूद
रामगोपाल जेना
चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय शहर स्थित चाईबासा परिसदन के सभागार में झारखंड विधानसभा की आंतरिक संसाधन एवं केंद्रीय सहायता समिति के सभापति रामचंद्र सिंह के अध्यक्षता एवं समिति के सदस्य सोनाराम सिंकु के उपस्थिति में वन प्रमंडल पदाधिकारी सारंडा/पोड़ाहाट/कोल्हान/चाईबासा, जिले के उप विकास आयुक्त संदीप बक्शी, अपर उपायुक्त एजाज़ अनवर, परियोजना निदेशक-आईटीडीए सुनील कुमार सहित सभी संबंधित विभागों के पदाधिकारी के संग समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया। उक्त बैठक में समिति के द्वारा वित्तीय वर्ष 2017-18 से 2020-21 के मध्य संचालित योजनाओं के लिए केंद्र तथा राज्य मद से आवंटित राशि तथा योजनाओं की अद्यतन स्थिति से संबंधित प्रतिवेदन, जिले में स्थापित उद्योगों से संबंधित प्रतिवेदन, प्रदूषण को रोकने हेतु किए गए कार्य से संबंधित प्रतिवेदन, कोविड-19 के रोकथाम के लिए जिला स्तर पर किए गए उपायों का विवरण सहित विभाग वार प्रस्तुत प्रतिवेदन का समीक्षा किया गया।
बैठक के उपरांत आंतरिक संसाधन एवं केंद्रीय सहायता समिति के सभापति के द्वारा बताया गया कि समिति का मूल उद्देश्य है कि राज्य में उपलब्ध संसाधनों का प्रयोग करते हुए राज्य के राजस्व प्राप्ति के कार्यों का कैसे बढ़ाया जाए और आर्थिक मोर्चे पर राज्य को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं हो एवं जहां नुकसान हो रहा है उसमें कैसे सुधार लाया जाए। सभापति के द्वारा बताया गया कि बैठक में ज्ञात में आने वाले मामलों पर स्थानीय स्तर पर सुधार हेतु पहल करना एवं इन मामलों को विधानसभा अध्यक्ष एवं राज्य के मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाते हुए सभी का निराकरण करवाना समिति का प्रमुख कार्य है। उन्होंने बताया कि आर्थिक स्थिति में सुधार के उपरांत ही राज्य तरक्की करता है तथा आर्थिक रूप से राज्य को संबल बनाने हेतु समिति प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि राज्य के तरक्की हेतु केंद्र के द्वारा क्या सहायता दिया जा रहा है उसका भी समिति के द्वारा समीक्षा किया जा रहा है की योजनाएं धरातल पर क्रियान्वित हो रही है या नहीं। उन्होंने बताया कि आज के बैठक में संबंधित विभाग के पदाधिकारियों से अद्यतन प्रतिवेदन प्राप्त किया गया है एवं आवश्यकतानुसार स्थल निरीक्षण करते हुए राजस्व प्राप्ति के कार्यों में सुधार लाने हेतु अग्रसर कार्रवाई की जाएगी।