अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस/नारी शक्ति दिवस के उपलक्ष्य में इंडोर स्टेडियम गुमला में जिला स्तरीय कार्यशाला-सह-सम्मान समारोह का आयोजन
: समाज के निर्माण में महिलाओं का उतना ही योगदान है जितना कि पुरुषों का है: उप विकास आयुक्त
: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के शुभ अवसर पर जिला अंतर्गत उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 19 नारी शक्ति को प्रशस्ति पत्र देकर किया गया सम्मानित
गुमला से बसंत गुप्ता
गुमला: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में जिला समाज कल्याण विभाग गुमला के द्वारा बख्तर साय मुण्डल सिंह इंडोर स्टेडियम गुमला में जिला स्तरीय कार्यशाला सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। उक्त समारोह में मुख्य अतिथि उपायुक्त, उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, डालसा सचिव, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी व अन्य वरीय पदाधिकारी मौजूद रहें। उक्त समारोह में सभी अतिथियों का स्वागत पौधा देकर किया गया।
आज की महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है, पुरुषों से कदम मिलाकर चल रही है: उपायुक्त
जिला स्तरीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के शुभ अवसर पर सभी को ढेरों शुभकामनाएं एवं बधाई। आज का यह कार्यक्रम महिलाओं के सम्मान में आयोजित किया गया है। जहां महिलाओं के द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्य हेतु उन्हें सम्मानित किया जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत वर्ष 1908 को संयुक्त राज्य अमेरिका में न्यूयार्क शहर के एक आंदोलन से हुआ था। यह वक्त था जब महिलाओं ने अपने अधिकार के लिए एक महत्वपूर्ण आंदोलन को अंजाम दिया था। परंतु समय के साथ धीरे-धीरे सब कुछ बदला और आज की महिलाएं पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है। महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। तथा खुद को स्थापित कर रही हैं। बड़े हर्ष की बात है कि हमारे देश की महिलाएं देश की उन्नति में अपना योगदान दे रही हैं, साथ ही साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, निर्वाचन एवं स्वच्छ समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। उपायुक्त ने कहा कि विश्व में न जाने कितनी ही ऐसी कुप्रथाएं और कुरीतियां हैं। जिनसे आज भी महिलाएं प्रभावित होती आ रही है। प्रगतिशील समाज के विकास में बाधक बनी एक बड़ी सामाजिक कुरीति कन्या भू्रण हत्या, दहेज प्रथा, बाल विवाह तथा डायन बिसाही प्रथा को जड़ से समाप्त करने के लिए हमें आगे आना होगा और अपना योगदान देना होगा। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के शुभ अवसर पर उपायुक्त ने सभी से अनुशासन को अपने जीवन में अपनाने हेतु अपील किया। उन्होंने कहा कि अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों के साथ-साथ सबसे महत्वपूर्ण दायित्व अपने परिवार को समय देना है। हम अक्सर काम के बोझ तले परिवार को समय देना भूल जाते हैं। सुखी परिवार से ही एक स्वच्छ एवं सभ्य समाज की निर्माण होती है। इसीलिए कार्य के साथ-साथ अपने परिवार को समय दंे। परिवार के आंतरिक मामलों को खुद सुलझाने का प्रयास करें। जिला प्रशासन के द्वारा महिलाओं को हर सुविधा मुहैया कराया जा रहा है। महिला सशक्तिकरण को लेकर महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। इसके लिए मनरेगा योजनाआंे के क्रियान्वयन में महिला श्रमिकों को जोड़कर महिलाओं के आय में वृद्धि कर उन्हें आर्थिक एवं मानसिक रूप से सशक्त एवं मजबूत बनाया जा सके।
देश की महिलाएं खुद को स्थापित कर देश की उन्नति एवं प्रगति में एक महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं: उप विकास आयुक्त
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त संजय बिहारी अम्बष्ठ ने कहा कि आज का दिन महिलाओं का है। हमारे देश की महिलाएं हर क्षेत्र में खुद को स्थापित कर देश की उन्नति एवं प्रगति में एक महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। समाज में महिलाओं का योगदान उतना ही है जितना पुरुषों का है। एक सभ्य समाज का निर्माण तभी होता है जब उस समाज में महिला एवं पुरुष दोनों की सहभागिता होती है। सभ्य समाज का निर्माण की शुरुआत परिवार से होती है। अगर परिवार अनुशासित है तो समाज भी अनुशासित होगा। राज्य सरकार के द्वारा महिलाओं के उत्थान के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं तथा उन्हें लाभान्वित किया जा रहा है।
डालसा तथा जेजेबी के माध्यम से महिलाओं को कानूनी संरक्षण प्रदान कर विधिक रूप से बनाया जा रहा है सशक्त: डालसा सचिव
इस अवसर पर डालसा के सचिव आनन्द सिंह ने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार तथा जेजेबी के माध्यम से महिलाओं को कानूनी संरक्षण प्रदान कर विधिक रूप से सशक्त बनाया जा रहा है। महिला अत्याचार पारिवारिक एवं यौन शोषण, ब्लात्कार पीड़ित महिलाओं को कानूनी संरक्षण देकर उन्हें सामाजिक, आर्थिक एवं नैतिक दृष्टि से सशक्त करने हेतु शिविर लगाया जा रहा है।
भारतीय समाज में महिलाएं सदैव वंदनीय एवं पूजनीय रही है: जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी
इस अवसर पर जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी देवेन्द्रनाथ भादुड़ी ने कहा कि भारतीय समाज में महिलाएं सदैव वंदनीय एवं पूजनीय रही है। शक्ति की देवी दुर्गा, काली, विद्या की देवी सरस्वती, धन की देवी लक्ष्मी महिला स्वरूपा है। हमारे समाज में पुरूषों के नामकरण में भी महिला को पहले स्थान दिया जाता है। यही कारण है कि पुरूषों का नामकरण सीताराम, राधेश्याम, पाश्र्वशंकर के रूप मंे किया जाता है। उन्होंने कहा कि भारतीय इतिहास में रजिया सुल्तान, झांसी की रानी, प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा किए गए कार्य मील का पत्थर साबित हुआ है। आज की महिलाएं शिक्षा, चिकित्सा, राजनीति, प्रबंधन, अंतरिक्ष विज्ञान, कला साहित्य संस्कृति के क्षेत्र में अपने योगदान से विलक्षण प्रतिभा को प्रदर्शित किया है।
गुमला की महिलाएं खेल, राजनीति, शिक्षा, चिकित्सा सहित विविध क्षेत्रों में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से गुमला जिले का नाम कर रही हैं रौशन: जिला समाज कल्याण पदाधिकारी
इससे पूर्व कार्यशाला में स्वागत भाषण करते हुए जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा ने गुमला जिले में महिला शक्ति के योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि गुमला की महिलाएं खेल, राजनीति, शिक्षा, चिकित्सा सहित विविध क्षेत्रों में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से गुमला जिले का नाम रौशन किया है।
अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विविध क्षेत्रों पर जिला में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले चयनित 19 महिला/बालिका/स्वयं सहायता समूहों को किया गया सम्मानित
उक्त कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका सोनाली त्रिपाठी द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि आज महिला दिवस के शुभ अवसर पर जिला अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में अपने महत्ती योगदान एवं प्रतिभा प्रदर्शन के लिए 19 नारी शक्ति को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जा रहा है। सम्मानित होने वाले में माध्यमिक तथा इंटरमीडिएट परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए मुजिता कुमारी, नीतू कुमारी, शिया कुमारी, अनिता कुमारी, काजल कुमारी तथा जयमुनी कुमारी, पशुपालन के क्षेत्र में संगीता मिंज एवं ज्योति उराँव, पोषण के क्षेत्र में सेविका कौशल्या देवी एवं सहायिका जेम्मा एक्का, स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुनिता बारला, खेल के क्षेत्र में सुप्रीति, कानून के क्षेत्र में पीएलभी जरीना खातून, समाज सेवा के क्षेत्र मंे कोलंेग की मुखिया सुषमा केरकेट्टा, पलायन रोकने के लिए चाईल्ड लाईन की अलमा बेला टोप्पो, किशोरी जागरूकता के क्षेत्र में कमलेश्वरी कुमारी, कोविड-19 के दौरान प्रवासी मजदूरों के कल्याण हेतु जागृति महिला मंडल तथा सरना महिला मंडल एवं कृषि के क्षेत्र में जेएसएलपीएस द्वारा संचालित रौनक आजीविका स्वयं सहायता समूह को मुख्य मंच से उपायुक्त सहित आमंत्रित अतिथियों द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं शाॅल देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थिति
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के शुभ अवसर पर जिले के सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, महिला पर्यवेक्षिका, आँगनबाड़ी सेविका/सहायिका, स्वास्थ्य विभाग की एएनएम/सहिया, जेएसएलपीएस की महिला मंडल की दीदीयों, बाल कल्याण समिति, चाईल्ड लाईन, महिला पुलिस सहित बड़ी संख्या में महिला कल्याण के क्षेत्र में कार्य करने वाले गैर सरकारी संगठन के प्रतिनिधि उपस्थित थे।