खूंटी : मौत का स्टेट हाइवे बना खूंटी सिमडेगा पथ। 20 दिनों के भीतर सात लोगों को मौत सड़क हादसे में हो चुकी है। 25 अगस्त को एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हुई जबकि आज तीन लोगों की मौत सड़क हादसे में हुई है। सड़क हादसे का कारण खुद सड़क है और सड़क पर लगाया गए अलकतरा है। क्षेत्र में बढ़ रही सड़क हादसों से परेशान स्थानीय लोगों ने प्रशासन से कई बार शिकायत की है कि सड़क की गुणवत्ता को सुधारे लेकिन प्रशासन भी आंख बंद कर लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया है।
खूंटी—सिमडेगा मुख्य मार्ग पर तोरपा थाना क्षेत्र के कुल्डा जंगल के पास दो ट्रकों के बीच हुई सीधी भिड़ंत में दोनों ट्रक चालकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी। दोनों ट्रकों के बीच टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों वाहनों के परखच्चे उड़ गये। दूसरी घटना कुल्डा जंगल के पास एक पेड़ से एक ट्रेलर जा टकराया।
तीसरी घटना चुरगी नदी के पास छड़ लदा ट्रेलर पेड़ को जोरदार टक्कर मार दी जबकि चौथी घटना तोरपा मोड़ के समीप एक यात्री बस ने बाइक सवार को रौंद डाला जिसमे कुल तीन लोगों की मौत हुई जबकि कई गंभीर रूप से घायल है। घायलों को तत्काल पुलिस और स्थानीय की मदद से अस्पताल भेज दिया जहां स्थिति गंभीर बनी हुई है। जानकारी के अनुसार सामान लदा एक लाइन ट्रक RJ 19E 2513) खूंटी से सिमडेगा की ओर जा रहा था। कुल्डा जंगल के पास विपरीत दिशा से आ रहे लाइन ट्रक(NL 01G 1309) से उसकी भीषण टक्कर हो गयी। पुलिस ने दोनों ट्रकों के मालिकों को दुर्घटना की सूचना दे दी।
इस हादसे में राजस्थान निवासी पप्पू चौधरी और बंगाल निवासी जमाल खान की मौत हुई है जबकि सह चालक हनीफ खान गम्भीर रूप से घायल है। पुलिस ने दोनों ट्रकों के मालिकों को दुर्घटना की सूचना दे दी है। दूसरी घटना में चालक का नाम मोहम्मद साजन हुसैन है और धनबाद का झरिया निवासी है, वही तीसरी घटना में चालक के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है जा की चौथी घटना में बाइक चालक रांची निवासी सुनील कंडुलना बताया जा रहा है जिसे एक यात्री बस ने कुचल दिया। फिलहाल सड़क हादसे को लेकर तोरपा पुलिस अनुसंधान में जुट गई है