मेहरमा: थाना क्षेत्र के पिरोजपुर – भगैया सड़क पर 24 जून को एक राष्ट्रीय हिंदी समाचार पत्र के संवादाता अनवर के साथ हुई मारपीट एवं मोबाइल छिनने मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस अधीक्षक वाईएस रमेश के निर्देश पर मेहरमा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आठ चालक एवं खलासी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जिन लोगों को जेल भेजा गया है, उसमें मुकेश कुमार (20),पिता राजेश यादव, चुनचुन मंडल (20), पिता कन्हाई मंडल, पंचानंद यादव (20), पिता गिरिश मंडल, मोहम्मद कमालउद्दीन (21), पिता मोहम्मद रज्जाक, राजेश कुमार यादव (22) पिता रामाशंकर यादव, बजरंगी कुमार (20), पिता दिनेश यादव, पूरन कुमार पासवान (20), पिता छट्ठू पासवान सभी खलासी एवं चालक अनिल यादव (51), पिता मोहन यादव को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में गोड्डा जेल भेज दिया गया है। गिरफ्तार युवक में गोड्डा जिले के तीन, बिहार के बांका जिले के दो एवं भागलपुर जिले तीन व्यक्ति शामिल हैं।
इस बीच पीड़ित पत्रकार ने बताया कि मारपीट करने में शामिल सभी वाहन मालिक पड़ोसी बिहार के इशीपुर थाना क्षेत्र के लकड़ाकोल गांव का रहने वाला है। उन सभी वाहन मालिकों के विरुद्ध किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
मालूम हो कि 23 जून को देर रात से 24 जून के अहले सुबह तक महागामा के अनुमंडल पदाधिकारी जितेंद्र कुमार देव की अगुवाई में खनन विभाग एवं परिवहन विभाग की टीम ने अवैध खनन परिचालन के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया था। इस बड़ी कार्रवाई के दौरान बगैर माइनिंग के 35 ट्रक एवं हाइवा को जब्त किया गया था, जिस पर गिट्टी लदा हुआ था। हाल के वर्षों में अवैध खनन परिचालन में लगे इतनी अधिक संख्या में वाहनों को जब्त नहीं किया गया था। 24 जून को अपराह्न पत्रकार अनवर जब्त किए गए वाहनों की तस्वीर ले रहा था। उसी दौरान वाहन मालिकों एवं चालकों ने पत्रकार पर हमला कर दिया था। उसे दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया, पत्थरों से हमला किया गया और उसका मोबाइल छीन लिया गया। उसी दौरान ड्यूटी में लगे मेहरमा थाना के एएसआई ने बीच बचाव करते हुए अनवर को हमलावरों से बचाया। प्राथमिकी में इस बात का उल्लेख है कि एएसआई ने वाहन मालिकों एवं चालकों को कहा “अरे यह विजय नहीं है इसे क्यों मार रहे हो।” एएसआई के इस कथन से इस बात की पुष्टि हो रही है कि विजय नामक पत्रकार खनन माफिया के साथ ही पुलिस के भी हिट लिस्ट में है।