रामगोपाल जेना
चाईबासा : विभिन्न जनजातीय राजस्व ग्राम को पुनः नगरपालिका में शामिल करने के विरोध में आदिवासी हो समाज महासभा भवन हरिगुटु , चाईबासा में महासभा की तीनों इकाई की संयुक्त रूप से विशेष आपातकालीन बैठक केंद्रीय अध्यक्ष श्री अर्जुन मुन्दूईया की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में जनजातीय 13 राजस्व ग्राम को नगर पालिका में पुनः शामिल कराने के प्रस्तावित मामलों को लेकर चर्चा किया गया और नगर विकास विभाग द्वारा 13 गाँव को विस्तार कराने की अधिसूचना पर कड़ी विरोध जताया गया । क्षेत्र में विल्किंसन रूल मानकी-मुंडा व्यवस्था, पांचवीं अनुसूची, सीएनटी भूमि एवं शत-प्रतिशत ट्राईबल बेल्ट जैसे लागू कानून के बावजूद जबरन नगरपालिका में शामिल करना असंवैधानिक है, इसके विस्तार को लेकर समाज में काफी असंतोष है , आदिवासी हो समाज महासभा ग्रामीणों के साथ है, इस पर चर्चा करते हुए क्षेत्र में प्रावधान किए गए कानूनों के अनुसार ग्रामीणों को सहयोग करने का निर्णय लिया गया। पारंपरिक ग्रामसभा को सर्वोपरि मानकर मानकी-मुण्डा के समन्वय से स्थानीय लोगों के संघर्ष में साथ होने का प्रस्ताव पारित किया गया । इस अवसर पर महासभा उपाध्यक्ष केसी बिरुली , महासचिव यदुनाथ तियु, कोषाध्यक्ष- चैतन्य कुंकल , मानसिंह सामड, संयुक्त सचिव- बामिया बारी, संगठन सचिव रामेश्ववर तैसुम, सेवानिवृत्त संगठन अध्यक्ष- सुखलाल पूर्ति ,सचिव बलभद्र मेलगंडी, युवा महासभा अध्यक्ष डॉ० बबलू सुंडी, महासचिव इपिल सामड, जिलाध्यक्ष गब्बरसिंह हेम्ब्रम, जयपाल सिरका, संतोष पूर्ति, रामेश्वर सवैंयाँ, बागुन बोदरा,जतुवा दोराई, हरिचरण हाईबुरु, सेलाय हो,गुरूचरण बिरूवा, रामचंद्र सामड, मदन बोदरा, गोविन्द बिरुवा, सिकंदर हेम्ब्रम, शंकर सिदु आदि उपस्थित थे।