गुमला : वैश्विक महामारी कोविड -19 के दूसरी लहर की विभीषिका व संक्रमणता के रफ्तार के कहर को भांपते स्थानीय प्रशासनिक महकमें ने संक्रमित मरीजों को चिकित्सीय सुविधा-संसाधन उपलब्घ कराने की दिशा में अपनी कवायद तेज कर दी है। डीसी शिशिर कुमार सिन्हा ने जिले में संचालित प्राइवेट हॉस्पीटल-नर्सिग केयर सेंटरो को भी स्वास्थ्य आपदा के इस काल में मुश्तैदी से तैयार रहने के साथ उनके संस्थान में उपलब्ध क्षमता की आधी बेड कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए सुरक्षित रखने के निर्देश दिये है। साथ ही हेल्थ इमरजेंसी के मद्देनजर संक्रमितों के लाइफ सपोर्ट सिस्टम,आईसीयू व वेटिलेंटर सुविधाओं को दुरूस्थ रखने के निर्देश दिये है।सरकारी संस्थागत चिकित्सीय संसाधान से अधिक मरीजों की संख्या के बढ़ने की सूरतेहाल में उन्हें प्राइवेट हॉस्पीटल में शिफ्ट किया जायेंगा। और मरीजों के रहने-खाने के साथ चिकित्सीय खर्च का भूगतान शासन-प्रशासन के स्तर से किया जायेंगा। डीसी श्री सिन्हा ने प्राइवेट हॉस्पीटल के डॉक्टर-स्टॉफ को पीपीई कीट उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। बुधवार को सरकारी अवकाश के बावजूद कोविड की गंभीरता को देखते डीसी ने स्वास्थ्य विभाग व प्राइवेट हॉस्पीटलों के संचालक-प्रबंधक संग बैठक की और उन्हें स्वास्थ्य आपदा सरीखें स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहने के निर्देश दिये। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा को देखते डीसी श्री सिन्हा ने जिले में कम से कम पांच सौ बेड के कोविड केयर सेंटरों की उपलब्धता बहाल रखने की दिशा में अपनी कवायद तेज की है। फिलवक्त चंदाली में दो सौ बेड के साथ सदर अस्पताल में 40 व नर्सिग कॉलेज में 60 बेड कोविड मरीजों के लिए स्थापित व संचालित मोड में है। इधर प्राइवेट हॉस्पीटलों के संचालक व प्रबंधक संग बैठक में उनके यहां उपलब्ध क्षमता की आधी 155बेड अब कोविड मरीजों के लिए सुरक्षित होगें। निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए डीसी ने रेफरल व सीएचसी को उनके यहां कम से कम दस-दस बेड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित रखने की दिशा में कार्रवाई के निर्देश दिये है। स्वास्थ्य आपदा सरीखें स्थिति के आपालकालीन बैठक में डीसी श्री सिन्हा के अलावे सिविल सर्जन डा.विजय भेंगरा, एसी सुधीर कुमार गुप्ता,कोविड के नोडल पदाधिकारी डा.नागभूषण प्रसाद,डीपीएम जया खाखा सहित प्राइवेट हॉस्पीटल के संचालक-प्रबंधक मौजूद थे।