स्थायी सम्बद्ध कॉलेजों को अंगीभूत/घाटानुदान कराने की मांग
गढ़वा से नित्यानंद दुबे की रिपोर्ट
गढ़वा: स्थायी सम्बद्ध डिग्री कॉलेजों को अंगीभूत/घाटानुदान कराने की मांग को लेकर सम्बद्ध डिग्री महाविद्यालय महासंघ ने झारखण्ड सरकार के पेयजल व स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर को उनके गढ़वा स्थित आवास पर मांग पत्र सौंपा। मांग पत्र में महासंघ ने कहा है कि झारखण्ड सरकार विकास के क्षेत्र में नित्य नये कीर्तिमान स्थापित कर रही है। विशेषकर शिक्षा के क्षेत्र में वर्षो से लंबित कार्यो के निष्पादन में सराहनीय कार्य हो रहा है। मांग पत्र में कहा गया है कि उच्च शिक्षा के विकास में पलामू प्रमण्डल में संचालित नीलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय से संबंधित स्थायी संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों सूरत पाण्डेय डिग्री कॉलेज, गढ़वा, गोपीनाथ सिंह महिला कॉलेज, बोकारो स्टील माईन्स कॉलेज भवनाथपुर, बनवारी साहू कॉलेज लातेहार, मजदुर किसान कॉलेज पांकी तथा एके सिंह कॉलेज हुसैनाबाद की महत्वपूर्ण भूमिका है। क्योंक उक्त महाविद्यालयों में पिछड़े इलाके के सामाजिक रुप से वंचित वर्ग के अधिकांश छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। मगर पूर्व की सरकार की उपेक्षापूर्ण रवैया से उक्त महाविद्यालयों में कार्यरत कर्मी अर्थाभाव में भूखमरी के कगार पर हैं। मांग पत्र में कहा गया है कि 23 दिसम्बर 2011 को झारखण्ड विधानसभा में ऐसे कॉलेजों को अंगीभूत एवं घाटानुदान करने हेतू वर्तमान शिक्षा मंत्री व तत्कालिक विधायक जगन्नाथ महतो के द्वारा विधान सभा में उठाये गये प्रश्न के आलोक में झारखण्ड के 46 स्थायी संबद्ध डिग्री कॉलेजों को अंगीभूत/घाटानुदान करने का प्रस्ताव पारित किया गया था एवं वित्तीय वर्ष 2011-12 में ही लागू करने का संकल्प लिया गया था। यहां तक कि इसकी घोषणा महासंघ द्वारा रांची में आयोजित धरना स्थल पर स्वयं आकर तात्कालिक शिक्षा मंत्री बैजनाथ राम ने विधान सभा के निर्णय के आलोक में किया था। उक्त घोषणा के आलोक में सरकार के द्वारा झारखण्ड में स्थित सभी 46 स्थायी संबद्ध डिग्री कॉलेजों का दो-दो बार जांच करा कर अंगीभूत/घाटानुदान करने की प्रक्रिया पुरा भी किया जा चुका है जो सचिवालय में पड़ा हुआ है। मांग पत्र में कहा गया है कि पलामू प्रमण्डल में उच्च शिक्षा के विकास के लिए स्थापित किया गया नीलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय एक ऐसा विश्वविद्यालय है जिसके तहत मात्र पांच अंगीभूत महाविद्यालय है जिससे अंगीभूत कॉलेजों की संख्या कम होने के कारण यूजीसी द्वारा निर्धारित मापदंड को विश्वविद्यालय पुरा नही कर पा रहा है। फलतः विश्वविद्यालय का विकास बाधित है और पलामू प्रमण्डल के शैक्षणिक विकास पर ग्रहण लगा हुआ है। ऐसी परिस्थिति में इस विश्वविद्यालय के अधीनस्थ उक्त 6 कॉलेजों का अंगीभूतिकरण/घाटानुदान करना आवश्यक है ताकि यूजीसी के मापदंडो को पुरा कर नीलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय का अपेक्षित विकास हो सके। मांग पत्र समर्पित करने वालों में महासंघ के अध्यक्ष प्रो. विवेकानंद उपाध्याय, प्रो. परवेज आलम, प्रो. बीरेन्द्र पाण्डेय, प्रो. कमलेश कुमार सिन्हा, डा. उमेश सहाय, प्रो. खोदा बक्स अंसारी, प्रो. अरुण पाण्डेय, प्रो. अफजल खान, सुबोध कुमार पाठक आदि के नाम शामिल हैं।