माफिया के द्वारा फेका जा रहा है चारा
एनजीटी के आदेश के बाद 10 जून से नदी सो बालू उठाव बंद करने का जिला प्रशासन ने दिया है आदेश
हिरणपुर : बालू से तेल निकालने का खेल एक बार फिर जिला में बालूू माफिया के द्वारा प्रारंभ कर दिया गया है और ऐसी अटकले लगायी जा रही है कि एक दो सप्ताह के खामोशी के बाद एक बार फिर बालू माफिया के सह पर हिरणपुर प्रखंड के सुभाष चैक से बेधड़क बालू से लदा ट्रेक्टर रात के अंधेरे में जाते देखे जा सकते है।वैसे तो एनजीटी के आदेश के आलोक में 10 जून से पाकुड़ डीसी कुलदीप चैधरी के दिये गये निर्देश के आलोेक में जिला के अमड़ापाड़ा व महेशपुर प्रखंड के बासलोई नदी से बालू के उठाव पर पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है और इसी के कारण लाखों रूपये के आमदनी करने वाले बालू माफियाओं में छटपटाहट साफ दिख रही है।यदि देखा जाये तो 10 जून यानी बालू उठाव बंद होन के तारिख से ही बालू माफिया का एक तबका अपने पहॅूच के बल पर अमड़ापाड़ा से ले कर लिट्टीपाड़ा,हिरणपुर यानी कहे तो जिला के सभी रूट पर राह का रोड़ा बनने वाले लोगों के साथ सेटिंग गेटिंग का प्रयास में जूटी हुई है ताकि बालू का खेल बेझिझक जारी रहे।बालू माफिया इस दौरान कई तथाकथित कलमवीरों से भी सम्पर्क साध रहे है क्योकि सूत्र बताते हैं कि कुछ तथाकथित कलमवीर एनजीटी के आदेश लागू हाने के साथ ही अपने कलम का जोहर दिखाने लगे थे ताकि उन्हे भी बहती गंगा में हाथ धोने का मौका मिल सके फिलहाल बालू माफिया सेटिंग गेटिंग के लिये एड़ी चोटी का जोर लगाये हुये है।