दुमका: दुमका सड़क हादसों में एक दिन में छह लोगों की मौत ने दुमका के लोगों को हिला कर रख दिया। तीन बड़ी सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें चार लोगों की मौत घटनास्थल पर हो गयी, वहीं दो घायलों ने देर शाम दुमका सदर अस्पताल में दम तोड़ दिया। घटना में एक नवजात सहित तीन अन्य घायलों का दुमका सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पहली घटना दुमका-देवघर मार्ग पर महारो के पास हुई, जिसमें एक मोटरसाइकिल पर सवार दो लोगों को एक तेज गति ट्रक ने धक्का मार दिया, जिसमें एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गयी। दूसरी घटना दुमका-पाकुड़ मुख्यमार्ग पर काठीकुंड थाना क्षेत्र के आमतल्ला दलाही गांव के पास हुई, जिसमें एक बेलोरो और ट्रक की सीधी भिड़ंत में दो की मौत मौके पर ही हो गयी, जबकि चार घायलों में से दो ने देर शाम दुमका सदर अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोडा। मरने वालों में पहाडिया आदिम जनजाति समुदाय की महिला मीना देवी, उसके पति, देवर व बोलेरो का चालक शमिल हैं, जबकि घायलों में मीना देवी का नवजात शिशु अौेर सास हैं। सभी लोग मीना देवी के प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा को बोलेरो से लेकर अपने गांव लौट रहे थे।
तीसरी घटना देर शाम दुमका-भागलपुर मार्ग पर हंसडीहा के समीप हुई, जिसमें बालू लदे एक ट्रक ने एक महिला को कुचल दिया, जिससे मौके पर ही उसके प्राण पखेरू उड़ गये।
दुमका जिले में लगातार सड़क हादसे में लोगों की हो रही मौत को लेकर लोगों में गुस्सा है अौर लोग सड़क सुरक्षा के लिए बड़े वाहनों के अनियंत्रित परिचालन पर अंकुश लगाने अौर दोषपूर्ण सड़क को दुरुस्त करने की मांग कर रहे हैं।
जरमुंडी के विधायक बादल पत्रलेख ने घटनाअों पर दुख व्यक्त करते हुए सड़क दुर्घटना में मौत को अवैध कारोबार से जोड़कर प्रशासन से रोकने की गुहार लगाई है।साथ ही सड़क निर्माण करने वाले संवेदक पर भी कार्रवाई की मांग की है।