– बसपा संस्थापक कांशी राम के परिनिर्वाण दिवस पर आयोजित किया गया चिंतन शिविर
गोड्डा: स्थानीय एक होटल में शनिवार को बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशी राम के परिनिर्वाण दिवस पर दलितों की सामाजिक एवं राजनीतिक मजबूती के सवाल पर दलित चिंतन शिविर आयोजित किया गया। कार्यक्रम के आयोजक भीम आर्मी के नेता रंजीत कुमार ने दलित चिंतन शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि दलित समुदाय झारखंड में 18 प्रतिशत है। सभी जिलों में दलितों की अच्छी खासी आबादी है।
बावजूद इसके दलितों पर अत्याचार बढ़ा है। सत्ता शासन में दलितों की भागीदारी शून्य है। उन्होंने दावा किया कि गोड्डा जिले के तीनों विधानसभा में दलितों की आबादी सबसे ज्यादा है। फिर भी हम अपने समाज का सांसद, विधायक नही बना पा रहे हैं। इस पर गम्भीर चिंतन करने की जरूरत आ पड़ी है।
उन्होंने कहा कि सभी पार्टियों ने दलित समाज के साथ वादाखिलाफी कर सिर्फ भीड़ एवं वोटर के रूप में इस्तेमाल किया है। दलितों की समस्या जस की तस ही है। पक्ष- विपक्ष की सरकार आती है औऱ चल जाती है, पर दलितों पर अत्याचार का सिलसिला चलता आ रहा है।
पर ये अब चलने नही दिया जायेगा।
अब टीम बनाकर कांशी राम के राजनीतिक मिशन एवं संघर्ष को लेकर गांव- गांव जाएंगे और दलितों को सामाजिक तथा राजनीतिक रूप से संगठित करेंगे। कांशी राम का मानना था कि सत्ता ही हरेक समस्या की मास्टर चाभी है, जिससे हमारे समाज का कल्याण हो सकता है।
भीम आर्मी के नेता रंजीत कुमार ने एलान किया कि अपने हक एवं अधिकार को लेकर 6 दिसंबर को गोड्डा में हजारों लोगों के साथ रैली एवं जनसभा कर सामाजिक शक्ति प्रदर्शन का आगाज करेंगे ।
मौके पर इंद्रदेव दास, लोचन दास,मनोज दास,पंकज दास, मनीष दास, कंचन दास, हरे राम अम्बेडकर, रामकृष्ण दास, देव कुमार आदि उपस्थित थे।