शहर से ले कर ग्रामीण क्षेत्रों में देखा गया दुर्गापूजा की धूम,बाजार में छाया रहा रौनक
दुर्गा मंदिरों में गाईड लाईन का किया गया पालन,पूजा पंडालों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
पाकुड़ से मुकेश कुमार जायसवाल की रिपोर्ट
पाकुड़ : वैश्विक महामारी कोविड 19 के दिये गये गाईड लाईन के बीच दुर्गापूजा का विधिवत शुरूआत मंगलवार सप्तमी पूजा के साथ प्रारंभ हो गयी।नवरात्री के सप्तमतिथि को मॉ कालरात्री के पूजा अर्चना के बाद से ही दुर्गापूजा का उत्साह पूरे जिला में प्रारंभ हो गया।सप्तमी तिथि को आमंत्रण पूजा पूरोहित के द्वारा पूरे वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ करवाया गया।कई पूजा पंडालों में कलश यात्रा निकाला गया।मंगलवार को सप्तमी तिथि को ले कर शहर समेत ग्रामीण क्षेत्र के पूजा पंडालो में भक्तों के द्वारा सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुये पूजा अर्चना किया गया।पूजा को ले कर लोग अपने अपने नजदिकी पूजा पंडालों में मॉ का दर्शन पूजन किया।
प्रखंड क्षेत्र में भी दिखा पूजा की धूम
जिला मुख्यालय के अलावा प्रखंड मुख्यालय में भी इस बार मॉ की पूजा अर्चना प्रशसन के द्वारा दिये गये गाईड लाईन के अनुसार किया जा रहा है।लिट्टीपाड़ा प्रतिनिधि के अनुसार लिट्टीपाड़ा में दुर्गा पूजा सप्तमी पूजा से प्रारंभ किया गया! सार्वजनिक दुर्गा मंदिर के दुर्गा पूजा समिति के द्वारा सप्तमी के दिन युवाओं ने कलश यात्रा निकाला। कलश यात्रा दुर्गा मंदिर परिसर से बड़ा पोखर पहुंचा जहां सभी युवाओं ने कलश में जल लेकर मंदिर परिसर पहुंचे पंडित लालू चक्रवर्ती के द्वारा वेद मंत्र उच्चारण के साथ मां दुर्गा की सप्तमी पूजा किया गया।समिति के अध्यक्ष निपेन मंडल ने बताया कि मां दुर्गा के सप्तमी पूजा कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन करते हुए पूजा किया जा रहा है। साथ ही गाइडलाइन का पालन करते हुए माता का दर्शन लोग करेंगे।महेशपुर प्रतिनिधि के अनुसार प्रखंड के विभिन्न सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति की ओर से सप्तमी पूजा के दिन विधिवत पूजा अर्चना कर माता का पट खुल गया है । जबकि प्रखंड के शहरग्राम व बलिया पतरा समेत कई पूजा स्थानों पर दुर्गा पूजा को लेकर सप्तमी के दिन सुबह कलश यात्रा निकाली गई । शहरग्राम से निकाले गए कलश यात्रा में 108 महिला एवं किशोरियों ने मंदिर परिसर से निकलकर हाटपड़ा स्थित पोखर में कलश में जल भरकर पूरे गांव का भ्रमण करते हुए वापस मंदिर परिसर पहुंचे जहां कलश पुरोहित द्वारा पूजा अर्चना कर स्थापना किया गया। वहीं बलिया पतरा में भी सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति की ओर से बलिया पतरा गांव स्थित बांसलोई नदी से कुँवारी कन्याओं ने कलश भरकर गांव का भ्रमण कर दुर्गा मंदिर पहुँच कर कलश स्थापना कर पूजा सुभारम्भ किया गया स मौके पर शहरग्राम से तुलसी प्रसाद साहा,संतोष भगत ,बुलबुल भगत,फागु साहा,दिनेश लोकनाथ भगत,दिलीप साहा ,सोपन साहा,पिंटू ठाकुर ,कान्यू साहा,व बलिया पतरा सार्बजनिक पूजा समिति राकेश चौवे ,वेद प्रकाश मिश्रा,धनंजय साहा ,समेत ने बताया कि सप्तमी पूजन के साथ ही माता के दर्शन के लिए मंदिर का पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं । पाकुडि़या प्रतिनिधि के अनुसार प्रखंड मुख्यालय समेत गणपूरा,खजूरडंगाल समेत ग्रामीण क्षेत्र के दुर्गा मंदिर और पूजा पंडालों में लोगों की भारी भिड़ देखी गई।अमड़ापाड़ा प्रखंड के बाजार स्थित दुर्गा मंदिर में हो रहे भव्य पूजा को ले कर लोग प्रातः काल से ही मंदिर पहॅूच कर मॉ का दर्शन किया और पूरोहित के द्वारा करवाये जा रहे पूजा में भाग लिया। सप्तमी को ले कर मंदिर मेें भक्त के द्वारा पूजा अर्चना किया गया। हिरणपुर प्रतिनिधि के अनुसार शारदीय नवरात्र के सप्तमी को पट खुलते ही श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखा गया।हिरणपुर के शील दुर्गा मंदिर, वैष्णवी दुर्गा मंदिर, मोयरा मोदक दुर्गा मंदिर के अलावा डांगापाड़ा, तोड़ाई, गोपालपुर व देवपुर स्थित दुर्गा मंदिर में स्थापित प्रतिमा का दर्शन श्रद्धालुओं ने किया। वहीं पंडितों द्वारा विधिपूर्वक पूजा अर्चना की गई। श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा की सच्चे मन से पूजा की। इस दौरान मां के जयकारे से पूरा मंदिर प्रांगण गूंज उठा। सभी मंदिरों परिसर के निकट मेला का भी रंग चढ़ गया है। पाकु़ड़ ग्रामीण संवादाता के अनुसार सदर प्रखंड के बाहिरग्राम,नगरनबी,ईलामी,सग्रामपूर,सितेशनगर में हो रहे पूजा से ग्रामीण क्षेत्रों में उल्लास का माहौल है।सप्तमी तिथि की शुबह से ही लोग पूजा पंडाल पहॅूच कर मॉ का दर्शन किया।सभी पूजा पंडाल और दुर्गा मंदिर में शुक्रवार को शुबह से ही पूरोहित के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण और पूरे विधि विधान के साथ मॉ का पूजा अर्चना किया गया।पूजा को ले कर बच्चों और युवाओं में काफी जोश देखने को मिला।बच्चे और युवाओं ने नये नयेपरिधान पहन कर पूजा पंडाल पहॅूचे और पूजा का जम कर आनंद उठाया।