कामिल की रिपोर्ट
बसंतराय: प्रखंड क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति बद से बदतर होती जा रही है। उधर, विभागीय लापरवाही के कारण बिजली के नंगे तार की चपेट में आकर लोग मौत के मुंह में समा रहे हैं। परिणाम स्वरूप शनिवार को ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। लोगों ने सड़क जाम कर अपने रोष का इजहार किया। प्रशासन के मान मनौव्वल के बाद करीब 3 घंटे के बाद सड़क जाम समाप्त किया गया।
प्रखंड क्षेत्र के पकड़िया , हरगम्मा, कपेटा, लोचनी, पचुवाकित्ता, कैथपुरा, टीकरटोला, झपनियां, विशंभर चक सहित दर्जनों गांव में बीते 5 दिनों से बिजली सप्लाई बाधित रहने से गुस्साए ग्रामीणों ने शनिवार को 10 बजे दिन में कपेटा मोड पर सड़क जाम कर विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जाम से करीब 3 घंटे तक आवाजाही बाधित रही। इस दौरान वाहनों की लंबी कतार लग गई। राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। जाम की सूचना पाकर अंचलाधिकारी मुंशी राम, थाना प्रभारी रोशन कुमार जाम स्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों से वार्ता कर जाम हटाने का अनुरोध। लेकिन आक्रोशित ग्रामीण विभागीय अधिकारियों को जाम स्थल पर बुलाने एवं लिखित आश्वासन की मांग पर अड़े रहे।
आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया कि बीते सोमवार को कपेटा गांव में बिजली तार के चपेट में आने से श्यामलाल यादव की मौत हो गई थी। ग्रामीणों ने शव को मुख्य मार्ग पर रखकर सड़क जाम किया था। इस दौरान विभाग के द्वारा लिखित आश्वासन दिया गया था कि महज 4 फीट की दूरी पर लटके तार को हटा लिया जाएगा। फिर विद्युत आपूर्ति बहाल की जाएगी। लेकिन 5 दिन बीत जाने के बावजूद विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं की गई है, जिससे दर्जनों गांव अंधेरे में डूब गया है। ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। करीब तीन घंटे के बाद विभागीय कनीय अभियंता दीपक गुप्ता के जाम स्थल पहुंचने और लिखित आश्वासन के बाद ग्रामीणों के द्वारा जाम हटा लिया गया। उन्होंने आश्वासन दिया कि विद्युत आपूर्ति जल्द से जल्द बहाल कर दी जाएगी।