गढ़वा से नित्यानंद दुबे की रिपोर्ट
गढ़वा: गढ़वा जिले के भवनाथपुर सेल टाउनशिप स्थित बैंक मोड़ पर गुस्साये विस्थापितों ने कार्यालय से मोटरसाइकिल द्वारा अपने आवास लौट रहे सेल के दो अधिकारियों पर लाठी डंडों से हमला कर दिया।एक अधिकारी राजेश कुमार को आंशिक चोट लगी और वे घटना स्थल से बचकर भाग निकलने में सफल हो गये। परन्तु दूसरे अधिकारी विद्युत विभाग के राजीव रंजन को सैकड़ो की संख्या में आक्रोशित विस्थापितो ने पकड़ लिया और उनके साथ जमकर मार पीट किया।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन के लोग सेल के अधिकारियों से मिलकर मामले की जानकारी ली। इस घटना के पूर्व आक्रोशित विस्थापितो ने सेल के प्रशासनिक भवन के सामने जमकर हंगामा किया। इतना ही नहीं प्रशासनिक भवन की सुरक्षा में तैनात केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की सुरक्षा को धता बताते हुए आक्रोशित विस्थापित कार्यालय के अंदर घुस गये और वहां भी हंगामा किया।
ये है मामला
सेल की खाली पड़ी जमीन पर सालों से विस्थापित किसान खेती करते आ रहे हैं। विस्थापित किसानों ने कई बार बैठक कर सेल प्रबन्धन से जमीन के बदले काम देने अथवा जमीन वापस करने की मांग की। शुक्रवार को सिंदुरिया पंचायत के रेलवे साइडिंग में सेल को दिये अपने पुस्तैनी जमीन पर अन्य विस्थापित किसानों की तरह नंदलाल पाठक भी ट्रैक्टर से अपने खेत में जुताई करवा रहे थे। इसी बीच सेल के जमीन जोत कोड़ की सूचना मिलने पर सेल के भू संपदा सह कार्मिक अधिकारी बुलु दिगल ने अपने कर्मचारी नन्द कुमार पाण्डेय और सीआईएसएफ के जवानों को भेज कर कार्य बंद करा दिया। नंदलाल पाठक द्वारा इसका विरोध करने पर जवानों ने उन्हें पकड़ कर सेल के प्रशासनिक भवन ले आया गया। इस घटना की सूचना मिलते ही सैकड़ो की संख्या में विस्थापितों ने सेल के प्रशासनिक भवन के गेट को जाम कर दिया और नंदलाल पाठक को छोड़ने के लिए नारेबाजी करने लगे। सुरक्षा में तैनात जवानों के रोकने के बावजूद आक्रोशित विस्थापितों ने जवानों को धक्का देते हुए प्रशासनिक भवन के अंदर पहुंच गए और हंगामा करते हुए सीआईएसएफ के निरीक्षक संदीप कुमार को खोजते हुए नंदलाल पाठक को मुक्त करा कर बाहर ले आए। विस्थापितों ने बिना सूचना के कार्रवाई करने वाले सेल अधिकारी कार्रवाई करने की मांग करने लगे। विस्थापितों के पास बात करने के लिए किसी अधिकारी के नहीं पहुंचने से सैकड़ो की संख्या में आक्रोशित महिला, पुरुष और बच्चे सेल अधिकारियों को ढूंढ ढूंढ कर सबक सिखाने का मन बनाया और वहां से वापस हो गये। इसके बाद वहां से वापस लौटने लगे। इसी बीच कार्यालय से अपने आवास लौट रहे सेल के दो अधिकारियों पर उन्होंने लाठी डंडों से हमला कर दिया।
प्रशासनिक भवन के समक्ष काफी देर तक हो हल्ला होने के बावजूद सेल के अधिकारियों या सुरक्षा बल के अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस प्रशासन को इसकी सूचना नहीं दी जिसके कारण मामला यहां तक बढ़ गया। पुलिस प्रशासन के पहुंचने के बाद सभी विस्थापित ग्रामीण वहां से भाग गये।