खूंटी: खूंटी जिले में कार्यरत पंचायत सचिवों ने लंबित मांगों को लेकर आज प्रखंड कार्यालय कर सामने धरना दिया और छह सूत्री मांगे रखीं। आयुक्त दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल और उपायुक्त के नाम ज्ञापन सौंपा।
धरना के माध्यम से पंचायत सचिवों ने क्रमवद्ध आंदोलन की रूपरेखा भी तैयार की। यदि मांगे नहीं मानी गयी तो आगामी 24 मार्च को पंचायत सचिव धरना प्रदर्शन कर अपनी मांग प्रशासन के सामने रखेंगे। 10 अप्रेल को एक दिवसीय भूख हड़ताल की जाएगी। उसके बावजूद मांगे नही मानी गई तो 24 अपैल को झारखंड सरकार मुख्य सचिव के समक्ष भूख हड़ताल और 2 मई को अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की रणनीति बनाई गयी। पंचायत सचिव लगातार अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करते रहे है,लेकिन अब तक सरकार ने इनकी मांगों पर ध्यान नही दिया।
पंचायत सचिवों की मांग
1- पंचायत सचिवों को एक ही पंचायत के पदभार में रखा जाए।
2 – पंचायत सचिवों का सेवा संपुष्टि लंबित है सेवा संपुष्टि की जाए।
3 – विभिन्न पंचायतों में निलंबित पंचायत सचिवों की निलंबन वापस की जाए।
4 – मनरेगा के अंतर्गत प्रतिदिन 100 मानव दिवस कम रहने से वेतन पंचायत सचिवों के वेतन कटौती को विमुक्त किया जाए।
5 – सेवानिवृत हो चुके पंचायत सचिवों को MACP का लाभ दिया जाए।
6 – पंचायत सचिवों का विगत 2 वर्षों से लंबित MACP का लाभ दिया जाए।
धरना कार्यक्रम में राष्ट्रीय संगठन सचिव अशोक कुमार सिंह, पंचायत सचिव संघ के मालदेव राम, जिलामंत्री धनेश्वर नाग, जिलाध्यक्ष तिमुथियुस तिरकी, मुस्तफा मियां, इंद्रनाथ महली, सोबरन राम कांशी, लखिचारण ठाकुर, विनय पाण्डेय, कृष्णा महतो, सहोदर महतो, शोभा महतो समेत विभिन्न पंचायतों के सचिव शामिल थे।