रामगोपाल जेना
सरायकेला /खरसावां: राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अशोक षाडंगी ने खरसावां व सरायकेला का दौरा कर ओड़िया समुदाय के लोगों के साथ बैठक की. उन्होंने बताया कि ओड़िया भाषा को राज्य में द्वितीय राजभाषा का दर्जा प्राप्त होने के बावजूद भी लगातार उपेक्षा की जा रही है. इसके विरोध में ओडिया समाज के लोग 28 सितंबर को सरायकेला-खरसावां जिला मुख्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन करेंगे. इसमें जिला के सभी क्षेत्रों से ओडिया समाज के लोग शामिल होंगे. धरना-प्रदर्शन के बाद ओडिया भाषी जनता राज्यपाल के नाम डीसी को ज्ञापन सौंप कर अपनी समस्याओं से अवगत कराएंगे. उन्होंने कहा कि वर्ष 2009 में ओडिया, बंगला समेत 9 जनजाति भाषाओं को राज्य के द्वितीय राजभाषा का दर्जा दिया था. इसके बावजूद भी ओडिया भाषा की उपेक्षा की जा रही है. जैक द्वारा निकाई गई प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षण परीक्षा में ओडिया विषय को शामिल नहीं किए जाने पर आपत्ति जताई गई. खरसावां के मॉडल महिला कॉलेज व डिग्री कॉलेजों में कई क्षेत्रीय भाषाओं के पढ़ाई की स्वीकृति दी गई है, परंतु इसमें ओडियो का शामिल नहीं किया गया है. वर्तमान में ओडिया स्कूलों में भाषायी शिक्षक व पुस्तक उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. गैर सरकारी ओडिया स्कूलों को अनुदान देना बंद कर दिया गया है. इन सभी समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा. सायकेला में आयोजित बैठक में मुख्य रुप से नगर पंचायत अध्यक्षा मिनाक्षी पटनायक, उपाध्यक्ष मनोज चौधरी, अभिषेक आचार्या, बद्री दारोघ, तुसार दुबे, लक्ष्मी प्रीया कर तथा खरसावां में आयोजित बैठक में सुशील षाडंगी, नयन नायक, शंभू मंडल, जीतवाहन मंडल, आलोक दास, अजय प्रधान अदि उपस्थित थे.