भूजल का दोहन करने वाले के खिलाफ डीसी ने जारी किया फरमान
रामगढ़। जिले में अवैध तरीके से भूजल का दोहन करने वाले प्लांट पर प्रशासन की गाज गिरी। डीसी संदीप सिंह में यह फरमान जारी किया कि केंद्र सरकार जल संरक्षण की योजना चला रही है और जिले में अवैध तरीके से सैकड़ों पानी के प्लांट भूजल का दोहन कर रहे हैं। उन्होंने सभी पानी प्लांट के संचालकों को मंगलवार तक का आखरी वक्त दिया था। उन्होंने कहा था कि वह अपना अवैध कारोबार बंद कर दें। जिले में बिना निबंधन के कोई भी पानी का प्लांट संचालित होता हुआ पाया जाएगा उसके खिलाफ प्राथमिकी की जाएगी। उनके इस फरमान के बाद मंगलवार को सैकड़ों पानी प्लांट संचालकों की भीड़ समाहरणालय में लगी। वे सभी डीसी संदीप सिंह से भी मिले और कहा कि जिले में पानी के प्लांट से हजारों घरों का चूल्हा जलता है। उनके इस निर्देश के बाद सभी घरों का चूल्हा बुझ गया है। ऐसी स्थिति में हजारों लोग बेरोजगार भी हो गए हैं। गोपी प्रजापति ने बताया कि जिले में लगभग 70 से 80 पानी के प्लांट चलाए जा रहे हैं। जिसमें लगभग 1000 से ज्यादा लोग रोजगार प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पानी प्लांट कोई बहुत बड़ा व्यवसाय नहीं होता मगर 6 से 7 परिवारों का भरण पोषण इसी प्लांट के माध्यम से चलता है। दिगवार के अर्जुन महतो ने बताया कि एक प्लांट अधिक से अधिक 100 लोगों को 20 लीटर का पानी मुहैया कराती है जिससे कुछ लोगों को रोजगार मिल जाता है मगर अब डीसी के आदेश के बाद हम सभी बेरोजगार हो गए हैं। लोगों से बातचीत के क्रम में पता चला कि महफूज आलम ने 14 लाख , अजमल ने 10 लाख , गोपी प्रजापति ने 4:30 लाख , अमित प्रकाश ने 15 लाख का लोन प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत लिया । साथ ही वहां उपस्थित कई लोगों ने बताया कि हम सभी ने पानी पहुंचाने के लिए बैंक से कर्ज लेकर ऑटो लिया है अगर पानी प्लांट बंद हो जाता है तो कर्ज चुकाना हमारे लिए असंभव हो जाएगा। शहर में पानी का प्लांट चला रहे अजमल ने बताया कि एक तरफ तो सरकार स्वरोजगार को बढ़ावा देने की बात कर रही है वहीं दूसरी ओर जिनके पास छोटा-मोटा रोजगार है उसे बंद करा दिया जा रहा है।
10 दिन में कराएं रजिस्ट्रेशन, नहीं तो बंद करें प्लांट
डीसी संदीप सिंह ने पानी के प्लांट संचालकों की समस्या सुनी और उन्हें 10 दिन की मोहलत दी। उन्होंने कहा कि 10 दिन के अंदर वह अपने प्लांट का निबंधन करा लें अन्यथा प्लांट बंद कर दें।