प्रतापपुर(चतरा)। सरकार गरीबो व असहायों को हर सुविधाए देने का बड़े बड़े दावे करती है, लेकिन जिले के प्रतापपुर प्रखंड अंतर्गत चैनपुर गांव में जमीनी हकिकत कुछ और ही बयां करती है। जहां लोग कोरोना महामारी में एक जून की रोटी के लिए तरहस रहे हैं, वहीं विभागीय लापरवाही के कारण प्रतापपुर प्रखंड क्षेत्र के चैनपुर गांव निवासी गरीब बबलू राम पीएम आवास के साथ सरकारी राशन से वंचीत हैं। बबललू राम बिल्कुल ही गरीब व असहाय व्यक्ति हैं। जिसका जीवन यापन मजदूरी करने से चलता है। इनके परिवार में छः सदस्य हैं। जिसमे एक बेटा दिव्यंग है। लेकिन अभी तक इस गरीब असहाय परिवार को किसी प्रकार का कोई सरकारी लाभ नही मिला पाया है। फिलहाल पुरा परीवार मिट्टी के जर्जर घर में रहने को मजबूर है। बबलू ने बताया कि तीन साल से ब्लॉक व पंचायत का चक्कर काट रहा हूं, लेकिन सिर्फ अश्वासन ही मिलें है। इस संबंध में मुखिया उमेश रविदास ने पूछे जाने पर बताया कि पिछले साल ही आवास व राशन कार्ड के लिए आवेदन दिया गया है। लेकिन विभगीय लापरवाही के कारण अभी तक ना आवास मिला और ना ही राशन कार्ड। जबकी बिते पांच साल में उक्त असहाय परिवार के लिए मुखिया के द्वारा क्या पहल की गई, यदि की जाती तो कम से कम हरा राशन कार्ड का लाभ अवश्य मिल जाता। ऐसे में अब गरीब परिवार को जिले के उपायुक्त व बीडीओ से आश है की सरकार द्वारा जारी लाभ उन्हे मिले।