विजय कुमार की रिपोर्ट
मेहरमा : ठाकुरगंगटी एवं मेहरमा प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में त्याग व बलिदान का त्योहार ईद उल अजहा (बकरीद) पर्व बहुत सादगी और शांति के साथ मनाया गया। कोरोना काल का यह दूसरा मौका था, जब प्रखंड के विभिन्न ईदगाह व मस्जिदों में सामूहिक रूप से नमाज अदा नहीं की जा सकी। बुधवार को माल मंडरो, रूजी, माल प्रतापपुर, बुधवाचक, हरिणकोल, कुरमा, चंदा, वास्ता स्थित गांव में अहले सुबह ही ईद उल अजहा की नमाज शारीरिक दूरी का पालन करते हुए और मास्क लगा कर अपने ही घर पर अदा की गई। अधिकतर लोगों ने प्रशासन के गाइड लाइन के अनुसार अपने-अपने घरों में ही ईद उल अजहा की नमाज अदा किया।
लोगों ने बकरीद की नमाज अदा कर अमन, भाईचारा और कोरोना बीमारी से राहत, मुल्क की तरक्की के लिए दुआ मांगी। नमाज के उपरांत मुस्लिम धर्म के मानने वाले ‘हयात बाकी तो मुलाकात बाकी’ की तर्ज पर एक दूसरे के घरों में न जाकर, इंटरनेट मीडिया के माध्यम से ही एक दूसरे को ईद उल अजहा की मुबारकबाद दी।
इस दौरान भगैया के मौलाना मोहम्मद ऐहसान ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए एहतियात सब के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि अल्लाह ने कुरान में कहा है कि “ऐ बंदों, तुम कह दो कि मेरी नमाज, मेरी कुर्बानी, मेरा जीना मरना सब कुछ अल्लाह के लिए है, जो सारे जहां का पालनहार है।’ सच्चा मुसलमान वही है जो अपने जान, माल, औलाद से भी ज्यादा अल्लाह और उसके रसूल हजरत मोहम्मद से सच्ची मोहब्बत रखता है।
प्रखंड क्षेत्र में शांतिपूर्ण बकरीद का त्योहार संपन्न कराने को लेकर सीओ राजीव कुमार एवं ठाकुरगंगटी थाना प्रभारी फुलेश्वर सिंह समेत तमाम पुलिस अधिकारी ने चौक चौराहों पर तैनात रहे। साथ ही गुरुवार को भी भीड़ भाड़ इलाकों में प्रशासन की नजर रहेगी और किसी प्रकार शांति भंग होने नहीं दिया जाएगा।