विधानसभा में शून्यकाल के दाैरान बरही विधायक ने उठाया मामला
बरही में विधायक किया प्रेस वार्ता
बरही से बिपिन बिहारी पाण्डेय
बरही (हजारीबाग) : निवेदन समिति के सभापति सह बरही विधायक उमाशंकर अकेला ने झारखंड विधानसभा में शून्यकाल के माध्यम से सदन में बरही के कई महत्वपूर्ण जनसमस्याओं को उठाते हुए उसका निदान का मांग रखा। उन्होंने रविवार को बरही क्वालिटी इन होटल में प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि सदन को अवगत करवाया गया है कि बरही में पीएचइडी की पुरानी जलापूर्ति योजना कई वर्षों से ठप है। बरही ग्रामीण जलापूर्ति योजना के निर्माण का शिलान्यास उनके पिछले विधायक कार्यकाल में उनके प्रयास से 26 दिसंबर 2013 को किया गया था। किन्तु करीब 16 करोड़ की लागत से शुरू हुई यह योजना अब तक अधूरी है। डीवीसी द्वारा भी 9 करोड़ में अबतक 3 करोड़ शेष राशि नहीं दी गई है। बरहाल पीएचडी के द्वारा इसे जनहित का ख्याल रखते हुए अविलंब शुरू किया जाना अत्यंत जरूरी है। विधायक ने सिंचाई के लिए सदन में बरही विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न ग्रामीण इलाकों में 100 लिफ्ट इरिगेशन एवं 200 आहार गहरीकरण का भी मांग रखा। वही तिलैया डैम निर्माण दौरान डीवीसी द्वारा विस्थापित 56 मौजा के विस्थापितों को प्राप्त भूमि का मालिकाना हक एवं उनके भूमि का रसीद निर्गत करने की मांग पुरजोर तरीके से रखा। कहा कि जमीन का मालिकाना हक नहीं मिलने के कारण उन्हें जाति, आवासीय जैसी जरूरी प्रमाण पत्र तक नहीं बन पाता, जमीन खरीद – बिक्री भी नहीं होती है। साथ ही कहा कि विस्थापितों के लिए डीवीसी द्वारा बिजली, पानी, सड़क जैसी बुनियादी जरूरत पर ध्यान नहीं देती है। वहीं बरही के रानीचुआं पंचायत अंतर्गत पहाड़ पर बसा धोबघट, नर्सिंगवा परसातरी, पिंडवा,गिद्धा गांव-टोला सड़क बिजली पानी जैसी बुनियादी आवश्यकताओं से जूझ रहा है। विकास से यह गांव- टोला कोसों दूर है। इसके लिए विशेष पैकेज तैयार किया जाए। वही बताया कि चौपारण के भगहर जंगल में भारी पैमाने पर अवैध रूप से शराब की चुगाई होती है, इन अवैध शराब भट्टियों के लिए प्रतिदिन जंगल से करीब 50 ट्रैक्टर अवैध रूप से लकड़ी की भी कटाई होती है। इस पर रोक लगनी चाहिए क्योंकि यह अपराधिक कार्य लोगों के स्वास्थ्य एवं पर्यावरण दोनों के लिए काफी खतरनाक है। विधायक उमाशंकर अकेला ने बताया कि बरकट्ठा विधायक अमित यादव और उन्होंने संयुक्त रूप से बरही को जिला बनाने का मांग रखा है। साथ ही बताया कि सदन में पारा शिक्षक, सेविका, जलसहिया व चौकीदार – दफादार की मांग को भी उठाया गया है। वहीं बीपीएल धारियों का बकाया बिजली बिल का सूद को माफ करने की मांग की है। प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस के जिला महासचिव अब्दुल मनन वारसी, उपाध्यक्ष डॉ. निजामुद्दीन अंसारी, मनोहर यादव, छ्ठू गोप, मो. तौकीर रजा, अमित जयसवाल, रंजीत निषाद, सतीश निषाद, देवनंदन यादव, टिंकू केशरी आदि मौजूद थे।