सरायकेला। सरायकेला नगर पंचायत उपाध्यक्ष मनोज कुमार चौधरी ने जिला व्यवहार न्यायालय के जिला व सत्र न्यायाधीश से मुलाकात कर सिविल कोर्ट परिसर के जलजमाव से उतपन्न समस्याओं की जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि सरायकेला व्यवहार न्यायालय परिसर पर बारिश के दिनों विगत लगभग दो दशक से जलजमाव की समस्या उतपन्न हो जाती है। जलजमाव के कारण परिसर का एक बड़ा क्षेत्र टापू में तब्दील हो जाता है। सिविल कोर्ट में जलजमाव का दो मुख्य कारण है पहला सिविल कोर्ट के चारदीवारी के बगल से गुजरता हुआ कच्चा नाला जो बरसात के दिनों में अवरुद्ध हो जाता है। तथा दूसरा कारण व्यवहार न्यायालय का कैंपस का ग्राउंड लेवल काफी नीचे होना है। इसके स्थाई निराकरण के लिए नगर पंचायत उपाध्यक्ष मनोज कुमार चौधरी ने कमर कस ली है। इसको लेकर विगत दिनों अनुमंडल पदाधिकारी, नगर पंचायत के अभियंता एवं नगर पंचायत की टीम के साथ निरीक्षण किया गया था। तदोपरांत जिले के उपायुक्त से भी मिलकर इसके निराकरण के लिए ज्ञापन दिया गया तथा आज जिला एवं सत्र न्यायाधीश विजय कुमार से भी मुलाकात की। सिविल कोर्ट परिसर में जलजमाव के स्थायी निदान एवं सौंदर्यीकरण की दिशा सकारात्मक वार्ता हुई।
वार्ता में मुख्य रूप से जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव कुलदीप जी एवं वरिष्ठ अधिवक्ता केपी दुबे की भी उपस्थिति रही एवं इन्होंने भी महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए।