बोकारो से जय सिन्हा
बोकारो: सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्फूर्ति योजना आरंभ की गई है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक ढंग से काम कर रहे उद्योगों का विकास करना है। इस योजना के अन्तर्गत इन पारंपरिक उद्योगों में लगे कारीगरों का कौशल विकास किया जाएगा। इसी के साथ इस योजना के अंतर्गत उद्योगों को फंडिंग भी प्रदान की जाएगी। स्फूर्ति योजना के तहत वुड क्राफ्ट, बांस, खादी और शहद जैसे ग्रामीण एमएसएमई उद्योग से जुड़े कारीगरों की क्षमता का विकास किया जाएगा। इस योजना को पारंपरिक ढंग से काम कर रहे उद्योगों में तेजी लाने के लिए आरंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत कारीगरों को ट्रेनिंग प्रदान करने के साथ-साथ कारीगर एक्सचेंज भी किए जाएंगे, जिससे कि कारीगर दूसरे उद्योगों से संबंधित काम भी सीख सकें। कारीगर एक्सचेंज होने से कारीगरों की क्षमता भी बढ़ेगी। इस योजनातर्गत आज दिनांक 21 जून को बोकारो जिले के चास प्रखंड बिजुलिया पंचायत स्थित स्थान मुख्यमंत्री लघु एवं कुटीर उद्यम विकास बोर्ड रांची द्वारा एमएसएमई स्फूर्ति योजना के अंतर्गत लगभग 2 करोड़ 59 लाख के लागत से अनंतदेव वुड क्लस्टर का भूमि पूजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उधोग महाप्रबंधक दिलीप कुमार शर्मा, पूर्व महाप्रबंधक बीएमएल दास, उपनिदेशक श्रीकांत एवं शाकिब अहमद शामिल हुए तथा उनके कर कमलों द्वारा भूमि पूजन का कार्य किया गया। उधोग महाप्रबंधक दिलीप कुमार शर्मा ने कहा कि वुड क्राफ्ट आधारित लगने वाले क्लस्टर लगभग 300 लकड़ी से जुड़े कारीगरों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि क्लस्टर में मिलने वाले संयुक्त सुविधा केंद्र (CFC) में आधुनिक मशीनों को लगाया जाएगा। भूमि पूजन कार्यक्रम में आये अतिथियों के द्वारा बृक्षारोपण किया गया।
उधोग महाप्रबंधक दिलीप कुमार शर्मा ने कहा कि उक्त क्लस्टर के बन जाने से कारीगरों को आधुनिक डिजाइन एवं विभिन्न तरह की सामग्री बनाने में सुविधायुक्त मिलेगा, जिससे आने वाले समय मे लकड़ी से जुड़े शिल्पियों को आय में बढ़ोतरी होगी। साथ ही शिल्पियों को पलायन जैसी समस्याओं से निजात भी मिलेगी तथा स्थानीय बाजार, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाज़ारो में अपने उत्पाद के समान को बेच सकेंगे।
कार्यक्रम का समापन एवं धन्यवाद ज्ञापन जिला उधमी समन्वयक किशोर रजक जी के द्वारा किया गया।