पाकुड़ : शहर के काली भषाण पोखर के निकट भारतीय जनता पार्टी पाकुड़ नगर के द्वारा 25 जून 1975 को लगाए गए आपातकाल के विरोध में द्वारा काला दिवस मनाया गया। कोरोना प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए कार्यक्रमों में 1974 के आंदोलन के दौरान जेल गए लोगों को आज भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा सम्मानित किया गया।कार्यक्रम का नेतृत्व पाकुड़ नगर अध्यक्ष पंकज कुमार साह ने किया जबकी संचालन कार्यक्रम प्रभारी पूर्व जिला अध्यक्ष विवेकानंद तिवारी के द्वारा किया गया।कार्यक्रम की शुरुआत पंडित दीनदयाल जी श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं भारत माता जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पीत कर किया गया।कार्यक्रम में सबसे पहले पाकुड़ कोर्ट के पूर्व वरिष्ठ अधिवक्ता बद्री प्रसाद तिवारी, भाजपा के पूर्व विधायक बेनी प्रसाद गुप्ता एवं भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता सच्चिदानंद तिवारी को माला पहनाकर एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया ।कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों और कार्यकर्ताओं का स्वागत करते हुये भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष व इस कार्यक्रम के जिला प्रभारी विवेकानंद तिवारी ने कहा कि आज का दिन ही देश में अपातकाल लगाया गया था और लोगों के अरमानों को कुचलने का काम किया गया था।आज आपातकाल के का दमन को याद करते हुये काला दिवस मनाया जा रहा है।मौके पर मौजूद भाजपा प्रदेश मंत्री शर्मिला रजक ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और कहां कांग्रेस ने जिस तानाशाही प्रवृत्ति के कारण आपातकाल लगाया था वह आज भी ठीक वैसी ही है और यह अक्सर उभरकर सामने आ जाती है।वहीं भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य व वरिष्ठ नेता अनुग्रहित प्रसाद साह जी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और कहां की सत्ता के केंद्रीकरण की भूख ने नेहरू गांधी परिवार के जेहन में लोकतांत्रिक रूप से चुने गए अन्य नेताओं के प्रति तिरस्कार की भावना को जन्म दिया जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार की जब विभिन्न राज्यों में 80 से अधिक बार राष्ट्रपति शासन लगाया गया इसका एक परिणाम यह हुआ कि राजभवन का इस्तेमाल वास्तविक रूप से रूप से कांग्रेस पार्टी के मुख्यालय के रूप में किए जाने लगा।कार्यक्रम को भाजपा के पूर्व विधायक बेनी प्रसाद गुप्ता जी ने भी संबोधित किया और कहां की आपातकाल के समय हमारे जैसा कार्यकर्ता भूमिगत होना पड़ा और भूमिगत हो करके अपने पार्टी के प्रति काम और भी आगे बढ़ाने में मदद मिला जिसका परिणाम स्वरूप आने वाले विधानसभा में हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं को जीत का मुंह देखना पड़ा ।46 साल बीत चुके हैं जब भारतीय लोकतंत्र ने अब तक का सबसे काला दिन देखा था आपातकाल की शुरुआत अपात्काल और लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर इसका हमला ना केवल भारतीयों के लिए बल्कि कानून के शासक लोगों पर शासन और संवैधानिक संविधान इता के महत्व देने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए एक काला दिन है आपातकाल के दौरान हमारे देश पर कई बुराइयां थोपी गई थी इसमें हमारे संविधान और हमारी संस्थाओं को जो अघात पहुंचाया है उसे यहां दोहराए जाने की आवश्यकता नहीं है ।मौके पनर मौजूद अधिवक्ता बद्री प्रसाद तिवारी ने सभी कार्यकर्ताओं के समक्ष आपातकाल के दौरान कई महीनों जेल यात्रा व आपातकाल के दौरान घटी घटनाओं को याद करते हुये अपना अनुभव साझा किया। उन्होने कहा कि 1971 में भारत पर पाकिस्तानी आक्रमण से उत्पन्न संकट का मुकाबला करने के लिए धारा 352 के तहत देश में पहले से एक इमरजेंसी लागू थी फिर 25 दिन 1975 को देश की सुरक्षा पर संकट के नाम पर एक और इमरजेंसी थोपने का काम कॉग्रेसी के द्वारा किया गया था क्या वास्तव में आंतरिक अराजकता के कारण देश की सुरक्षा खतरे में थी यह सोचने की विषय है ।कार्यक्रम में नगर परिषद के उपाध्यक्ष सुनील कुमार सिन्हा भाजपा जिला के नेत्री मीरा प्रवीण सिंह भाजपा के जिला उपाध्यक्ष अमृत पांडे दिलीप सिंह हिसाबी राय भाजपा के वरिष्ठ नेता विश्वनाथ भगत जिला मंत्री पार्वती पासवान महिला मोर्चा के जिला अध्यक्ष रूपाली सरकार किसान मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य शबरी पाल नगर उपाध्यक्ष पिंका पटेल संजय सरकार नगर महामंत्री पार्थ रक्षित नगर कोषाध्यक्ष राजा साह किसान मोर्चा के नगर अध्यक्ष कुंदन सिंह ऐसी मोर्चा के नगर अध्यक्ष गणेश रजक वह कई भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन भाजपा जिला के उपाध्यक्ष अमृत कुमार पांडे के द्वारा किया गया वहीं धन्यवाद ज्ञापन एवं कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा भाजपा नगर के अध्यक्ष पंकज कुमार साह के द्वारा किया गया।