रामगोपाल जेना
चाईबासा: भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी का वक्तव्य कि ”जनजाति (आदिवासी) समाज जन्म से ही हिंदू हैं” का आदिवासी युवाओं ने भारी आक्रोश व्यक्त करते हुए चाईबासा के पोस्ट ऑफिस चौक में भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी का पुतला दहन किया। युवाओं ने कहा कि मरांडी अपनी राजनीति चमकाने के चक्कर में आदिवासी विरोधी बयान देकर पूरे आदिवासी समाज का ही अपमान किया है जो अति निंदनीय है आदिवासियों को हिंदू कहना या हिंदूकरण करना हमारी मूल पहचान खत्म कर मानसिक रूप से गुलाम बनाने का बी जे पी / आर एस एस वालों का एक षड्यंत्रकारी अभियान है इससे हजारों सालों से आदिवासी समाज जो अपनी स्वतंत्र सांस्कृतिक, सामाजिक, सभ्यता और आदिवासी पहचान संजोए हुए हैं वह खत्म हो जाएगी आदिवासियों को जबरन हिंदू इसलिए भी कहा जा रहा है कि जब तक आदिवासी, आदिवासी हैं तब तक उनके संवैधानिक अधिकार खत्म नहीं किया जा सकता है अगर आदिवासी हिंदू बन जाएगा तो जो अनुसूचित क्षेत्र है उसको गैर अनुसूचित क्षेत्र घोषित किया जा सकता है आदिवासियों को संविधान के धारा 244 के तहत मिले पांचवी एवं आठवीं अनुसूची के विशेषाधिकार खत्म हो जाएंगे अतः हम आदिवासी समाज के लोग बाबूलाल मरांडी के बयान का कड़ा विरोध करते हैं और मरांडी को कहना चाहते हैं कि वे अपने कुतुबमीनार से कूदने वाला वादा पूरा करें मगर आदिवासी समाज को गर्त में धकेलने का काम ना करें इस पुतला दहन कार्यक्रम में आदिवासी यंग स्टार यूनिटी, कोल्हान के निम्नलिखित लोग शामिल थे। रेयांस सामड, मंजीत हासदा, सनातन पिंगुवा, अजित पुरती, गुरा सिंकू, नारायण कांडेयांग, आशोक मुंडरी, बीरसिंह बालमुचू, जय देवगम, सिकंदर बुड़ीऊली, मधु बारी, बालकिशन देवगम, संजय मुडारी आदिउपस्थित थे।