रामगढ़। भारतीय जनता पार्टी रामगढ़ जिला के सभी कार्यकर्ता आपातकाल के काला अध्याय के विरोध में 25 जून को काला दिवस के रूप में मनाएंगे । इस दिन आपात काल में रामगढ़ जिला से भी कई लोग आंदोलन में भाग लिए थे और जेल यात्रा की थी । भाजपा रामगढ़ जिला कार्यक्रम प्रभारी एवं जिला मंत्री राजेंद्र कुशवाहा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी रामगढ़ जिला उन्हें सम्मानित भी करेगी। इसकी तैयारी कर ली गई है। उन्होंने प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा कि आज से 45 वर्ष पूर्व देश के नागरिकों के अधिकारों को जबरन छीन लिया गया था ।कारण था की 12 जून 1975 को इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जगमोहन प्रसाद सिन्हा ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के चुनाव को यह कहते हुए रद्द कर दिया किया कि उन्होंने 1971 के आम चुनाव में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करते हुए चुनाव जीता था। 24 जून 1975 को सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्णय को बरकरार रखते हुए केवल इंदिरा गांधी को प्रधानमंत्री पद पर रहने का फैसला सुनाया ।इसके एवज में लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने इंदिरा के इस्तीफा देने तक जन आंदोलन की घोषणा कर दी । सम्पूर्ण देश में इस आंदोलन का भारी समर्थन मिला ।परिणाम देश में आंतरिक अशांति के नाम पर आपात काल की घोषणा 25 जून 1975 के आधी रात को कर दी गई और देश के सारे विरोधी नेताओं को जेल में डाल दिए गए। और उन्हें भयंकर यातनाएं दी गई । भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में इसे काला अध्याय के रूप में याद किया जाता है। कांग्रेस के निरंकुश तानाशाही के विरोध जन-आंदोलन के आगे सरकार को झुकना पड़ा ओर 21 महिने के बाद 21 मार्च 1977 को आपातकाल को हटा लिया गया । 1977 में आम चुनाव होने पर कांग्रेस मात्र 153 सीटों पर सिमट गई और तो और इंदिरा गांधी भी चुनाव हार गई । कांग्रेस के इस चाल और चरित्र को काला दिवस के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी जनता को याद कराते रहेंगी ।