बोकारो: आज फिर एक बार बोकारो जिले के चास तीन अन्तर्गत चैताटांड में बाल अधिकार सरंक्षण जागरूकता अभियान के कार्यक्रम निदेशक डॉ प्रभाकर कुमार एवं रॉयल पब्लिक स्कूल के प्राचार्य मुकेश कुमार के सहयोग से चलाई गयी ।
डॉ प्रभाकर कुमार ने बाल अधिकारों की चर्चा करते हुए बतलाया कि जिले में बाल उत्पीड़न की घटनाओं में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है । बच्चे आज असुरक्षित महसूस करते हैं । उनमें भटकाव की दर बढ़ी है । बाल उत्पीड़न के प्रकारों मे शारीरिक , मानसिक , भावनात्मक सभी तरह से । बाल अधिकारों की सुरक्षा हेतु सभी हितधारकों की महंती भूमिका व जागरूक किए जाने का हरसंभव प्रयास की जरूरत । बाल शोषण के विभिन्न प्रकारों मे शारीरिक शोषण , यौन शोषण , मानसिक शोषण , भावनात्मक शोषण व बालिका उपेक्षा आदि हैं जो 05 वर्ष से 12 वर्ष तक के उम्र के छोटे बच्चे शोषण व दुर्व्यवहार के सर्वाधिक शिकार हैं ।
मुकेश कुमार ने बच्चों की सुरक्षा को सर्वोपरि माना । बच्चों की सुरक्षा किये जाने से बच्चों के पोषण व विकास में बल मिल पायेगा । जो बच्चे संकट ग्रस्त हैं वो 1098 का सार्थक उपयोग कर सकते हैं । बच्चों के आत्मबल मे वृद्धि का कार्य किये ।
बच्चों में प्रतिस्पर्धा करवाकर उन्हें पुरस्कृत भी किया गया । जागरूकता अभियान का मुख्य उद्देश्य बच्चों को अपने अधिकारों के प्रति सजग बनाने को है साथ ही समुदाय के सभी लोगों का यह कर्तव्य भी कि बच्चों को यातना मुक्त जीवन दें ताकि उनका पोषण अभिवर्द्धन सही तरीके से हो पाये ।
बच्चे किसी देश या समाज के महत्वपूर्ण अमूल्य संपति होते हैं जिनकी समुचित सुरक्षा , पालन पोषण , शिक्षा एवं विकास का दायित्व भी राष्ट्र व समुदाय का होता है क्योंकि कालांतर में यही बच्चे देश के निर्माण व राष्ट्र के उत्थान के आधारस्तंभ बनते हैं ।