बोकारो स्टील के विकास का एक और कदम, विकसित किया हाई कोटिंग थिकनेस का हाई स्ट्रेंथ गैल्वनाइज्ड क्वायल ।
बोकारो से जय सिन्हा
बोकारो: बोकारो इस्पात संयंत्र के सीआरएम-3 की इकाई एचडीजीएल में पहली बार 450 जीएसएम की हाई कोटिंग थिकनेस के साथ 350 मेगा पास्कल से अधिक इल्ड स्ट्रेंथ वाले हाई स्ट्रेंथ गैल्वनाइज्ड क्वायल का उत्पादन किया गया है । इस उत्पादन से आयात विकल्प के रूप में अनाज और खाद्य भंडारण के लिए साइलो विनिर्माण क्षेत्र में देश के इस्पात बाज़ार की आवश्यकताओं को पूरा करेगा । बोकारो स्टील प्लांट के चीफ ऑफ कमन्यूकेशन मनी कांत धान ने आज बताया कि बोकारो स्टील द्वारा स्वदेशी तकनीक से तथा आईएस ग्रेड 277:2018 GP350&EN 10346: S350GD + Z350 जीएसएम के अनुसार विकसित यह उत्पाद ” आत्मनिर्भर भारत” के मिशन को भी मजबूत करेगा । . इस तरह के इस्पात की देश में काफी मांग है और फिलहाल इसे अधिकतर दूसरे देशों से आयात किया जाता है ।
आयात विकल्प के तौर पर बीएसएल में स्पेशल ग्रेड स्टील का उत्पादन जुलाई, 2021 में स्पेशलिटी स्टील के लिए प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना शुरू करने के सरकार के फैसले की पृष्ठभूमि में एक अहम कदम है जिसे निदेशक प्रभारी अमरेंदु प्रकाश के नेतृत्व में सीआरएम-3 व अन्य सहयोगी विभागों द्वारा किया जा रहा है । बोकारो स्टील प्लांट को सेल में पहली बार स्टील के इस ग्रेड को विकसित करने का गौरव भी प्राप्त हुआ है । अधिशासी निदेशक (संकार्य) अतनु भौमिक ने सीआरएम-3, आरएंडसी लैब तथा आरडीसीआईएस की टीम को बहुत ही कम समय में लागत-प्रभावी तरीके से 450 जीएसएम की हाई कोटिंग थिकनेस वाले हाई स्ट्रेंथ गैल्वनाइज्ड क्वायल पहली बार सफलता पूर्वक विकसित करने पर बधाई दी । इससे पहले बोकारो स्टील प्लांट ने सेल की अनुसंधान इकाई आरडीसीआईएस के साथ मिलकर कई लैब और अनुसंधान इकाई आरडीसीआईएस के साथ मिलकर कई लैब और प्लांट ट्रायल के बाद जीपी 350 + 450 GSM को विकसित किया । ट्रायल के सफल होने के उपरान्त लगभग 300 टन क्वायल को रोलिंग किया गया है ।
उन्होंने बताया कि सीआरएम-3 की एचडीजीएल लाइन निर्माण स्टील ग्रेड के साथ-साथ ब्रॉडगेज रेंज के साथ उच्च गुणवत्ता वाले स्टील ग्रेड का उत्पादन करने में भी सक्षम है और देश की जरूरतों के अनुरूप आने वाले समय में आयात विकल्प के तौर पर स्पेशियलिटी स्टील के नए ग्रेड विकसित करने को कटिबद्ध है।