बेरमो। सीसीएल कर्मी सह सुभाष नगर फील्ड क्वायरी निवासी लगभग 52 वर्षीय नरेंद्र की मौत पर परिजनों एवं अन्य लोगों ने सीसीएल के सेंट्रल हॉस्पिटल ढोरी में हंगामा किया। मृतक करगली परियोजना के सिविल विभाग के अंतर्गत करगली बाजार स्थित पानी टंकी में भल्व मैन के रूप में कार्यरत थे। दिवंगत नरेंद्र की मृत्यु के लिए उनके पुत्र अमन कुमार और उनकी पत्नी सोनिया देवी ने डॉ. एस के भारतीय पर लापरवाही का आरोप लगाया है। कहा मरीज को प्रातः 4.30 बजे अस्पताल लाए ,लेकिन नाइट ड्यूटी में रहे डॉक्टर भारतीय 6. 30 बजे आए। यदि डॉक्टर तत्काल आ जाते तो समय पर इलाज हो जाता या बाहर ले जाते। इस संबंध में डॉक्टर भारती ने कहा की मरीज को 5. 30 बजे अस्पताल लाया गया। अस्पताल का रजिस्टर में टाइम देखा जा सकता है। मुझे फोन पर सूचना मिलते ही अस्पताल पहुंच गया। उसे दवा, सुई दिया गया। मरीज बुखार, डायरिया, सुगर से पीड़ित थे। ऑक्सीजन लेवल 66 प्रतिशत था। कई साल पहले इनका बाईपास सर्जरी भी हुआ था। कहीं से भी मेरी या अस्पताल की ओर से कोई लापरवाही नहीं हुई है। मृतक के पुत्र अमन कुमार ने मुआवजे और तत्काल नौकरी, की मांग की। इस दौरान अस्पताल में सीएमयू के बीएन्डके एरिया सचिव मधु भट्टाचार्य व ढोरी एरिया के सचिव आर उनेश, भाजपा के पूर्व बोकारो जिला अध्यक्ष जगरनाथ राम,विहिप नेता रामू दिगार, झाकोमयु के मधू पासवान, सहित अनेकों लोग अस्पताल पहुंचे। मृतक पहुंचकर मृतक आश्रित को नौकरी देने की जल्द मांग की ।चिकित्सकों से बातचीत के बाद तत्काल मृत्यु प्रमाण पत्र दे दिया गया। नियमतः ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर आश्रित को नौकरी मिलती है। लेकिन विलंब से सही पर मृतक के एक आश्रित को नौकरी मिलना ही है। यह समझाने के बाद परिजन शव अंतिम संस्कार के लिए अपने आवास ले गए।मोके पर सीएमओ एस मुखर्जी, डिप्टी सीएमओ डॉ अरविंद कुमार ,डॉ अरुण कुमार, डॉ आर एन झा ,डॉक्टर सादाब सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे ।