रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर : चक्रधरपुर में पिछले 23 सालों से लोगों को टीवी का मनोरंजन दे रहे सीकेपी डिजिटल नेटवर्क यानि सीडीएन ने अपना 23वां वर्षगांठ मनाया. सीडीएन परिसर कार्यालय में केक काटकर सीडीएन परिवार से जुड़े तमाम लोगों ने खुशियाँ मनायी. मौके पर जी एंटरटेनमेंट के प्रतिनिधि राहुल सिंह और ओमप्रकाश भी मौजूद थे. सभी ने एक दुसरे को मिठाई खिलाई, मुबारकबाद दी और खुशियाँ मनायी.
वर्ष 1998 में सीसीटीएन के नाम से इस केबल टीवी की स्थापना की गयी थी. काफी पुराने समय से चक्रधरपुर में टीवी मनोरंजन की सेवा यह संस्था दे रही है. केबल टीवी सेवा की यह संस्था आज डिजिटल हो चुकी है इसलिए आज इसका नाम सीसीटीएन से बदलकर सीडीएन हो चूका है. चक्रधरपुर जैसे छोटे से शहर में सीडीएन ने स्वतंत्र एमएसओ सेवा दायक बनकर डिजिटल सेवा की बड़ी चुनौती में खरा उतरने बड़ा दमखम दिखाया है.
आज डिजिटल सेवा के इस बदलते दौर में भी ग्राहकों को बेहतर टेलीविजन सेवा देने में सीडीएन की अहम् भूमिका है. चक्रधरपुर के दर्शक आज भी सीडीएन पर ज्यादा भरोसा करते हैं. विभिन्न टीवी चैनल ग्रुप के सारे चैनल सीडीएन के प्लेटफार्म पर दिखाए जाते हैं. दर्शकों का भरोसेमन्द टीवी सेवा देने वाले सीडीएन के द्वारा ब्रॉडबैंड और रेडियो की भी सेवा भी दी जाती है. आनेवाले दिनों में सीडीएन अपने दर्शकों को और भी कई सारी टीवी से जुड़ी सेवाएं और सौगात देने की तैयारी में है. आनेवाले दिनों में ब्रोडबेंड का दायरा और बढ़ाया जायेगा, सारे एचडी चैनल और स्थानीय समाचार, दैनिक सुचना व मनोरंजन के लिए लोकल चैनल को लॉन्च करने की तैयारी है.
सीडीएन के एमडी दीपक सिंह ने बताया की वर्ष 1998 में जब इस केबल टीवी की स्थापना की गयी थी उस समय निजी चैनल के नाम पर गिने चुने चैनल ही थे. लेकिन समय के साथ साथ चैनल की संख्या भी बढ़ी और तकनीक ने भी तेजी से विकास किया. आज डिजिटल प्लेटफोर्म में सीडीएन पहुँच चूका है. यहाँ तक पहुँचने में कई बाधाएं भी आई लेकिन सीडीएन परिवार ने एकजुटता के साथ हर मुश्किलों को आसान बनाया. उन्होंने कहा की हर अच्छे बुरे दौर में दर्शकों ने सीडीएन का साथ दिया यही वजह है की आज डिजिटल प्लेटफार्म में भी हम मजबूती के साथ खड़े हैं. सीडीएन का साथ देते हुए दर्शकों ने वो ताकत दी की हम एमएसओ बन पाए. हमारे दर्शकों का हमारी कामयाबी में सबसे बड़ा योगदान है.