घंटों मस्कत के बाद निकाला गया शव, ग्रामीणों ने पदाधिकरियों पर लगाया लापरवाही का आरोप
सिमरिया(चतरा)। सिमरिया प्रखंड अंतर्गत चुन्नीडीह गांव में 30 मई को मो. कलाम के खोत में मनरेगा के तहत बनाए जा रहे कुएं की अचानक चाल धंसने सेे निचे काम कर रहे मजदूर मो. साबीर की मौत मिट्टी के ढ़ेर में दबकर हो गई। मिट्टी में दबे शव को घंटो मस्कत करने के बाद ग्रामीणों के सहयोग से जेसीबी द्वारा मिट्टी निकालने के उपरांत निकाला गया। मिली जानकारी के अनुसार तुफान के कारण 26 मई से निर्माण कार्य बंद था, धुप निकलने के बाद रविवार के सुबह कार्य शुरू करने के लिए मजदूर जमा हुए और निर्माणाधीन कुएं में पानी रहने के कारण पंप से निकालने के लिए मो. सागीर निचे उतरा ही था की अचानक चाल धंस गई और वह दब गया। मृतक के उपर छह बच्चियों की जिम्मेवारी थी। वहीं उसके पिता मो. इकबाल की मौत सड़क दुर्घटना में पहले हो गई थी। ऐसे में बच्चों के लालन पालन की समस्या उत्पन्न हो गई है। इस घटना में कई मजदूर बाल-बाल बच गए। जो पानी सुखने के इंतजार में बाहर थे। दुसरी ओर स्थनिय लोगों ने मनरेगा कर्मियों व संबंधित पदाधिकारियों पर सूचना देने के बाद भी देर से पहुंचने का अरोप लगाते हुए कहा कि मनरेगा में ना समय से मजदूरी मिलती है और ना ही अन्य लाभ संबंधितों के लापरवाही के कारण मिलता है। ग्रामीणों ने मृतक के परिजनों को मआवजा देनी की मांग की है।