जामताड़ा से राजकिशोर सिंह की रिपोर्ट
जामताड़ा : नारायणपुर थाना क्षेत्र के चिरुडीह गाँव के दबंग रमजान मियां लुकमान मियां बसीरुद्दीन मियां फलातून मियां और लुकमान मियां ने पाँच परिवार के जमीन पर कब्जा किया साथ ही आपत्ति जनक जाती सूचक गाली गलौज किया और गाँव से बेदख़ल कर दिया। पांचों परिवार के महिला पुरुष बच्चे समेत 23 सदस्य हैं। जिसमें दुधमुहे बच्चे शामिल हैं। इस चिलचिलाती धूप में सभी परिवार के लोग जामताड़ा उपायुक्त से गुहार लगाई है। जहाँ उपायुक्त ने एसडीओ संजय पांडे को मामले का जाँच कर आवश्यक कार्रवाई का आदेश दिया। लेकिन अभी तक इस पर कोई करवाई नही हुआ। पीड़ित परिवार के सभी सदस्य आपत्ति जनक जाती सूचक गाली गलौज करने वाले दबंगों के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए एसी/ एस टी महिला थाना जामताड़ा पहुंचे हैं। जहां महिला थाने में आवेदन दिया गया जिसमें जमीन पर कब्जा जाती सूचक गाली गलौज साथ ही धर्म परिवर्तन की बाते लिखी गई है। संबंधित लोगों पर गंभीरता से मामले पर कानूनी कार्रवाई की माँग पीड़ित परिवार ने किया है। इसके बाद पीड़ित परिवार के सभी सदस्य पुराना कोर्ट भीम राव अम्बेडकर मूर्ति के सामने अनसन पर बैठ गए हैं। पीड़ित सुनीला देवी ने बताया की गाँव के कुछ दबंग लोगों ने हमलोगों का घर तोड़ है साथ ही मारपीट किया जाती सूचक गाली गलौज देकर भगा दिया। इसे लेकर थाने में आवेदन दिये हैं अभी तक कोई कार्रवाई नही हुआ है इसलिए हमलोग अब धरना पर बैठ गये हैं। मामले को लेकर महिला थाना प्रभारी गुडिया भगत ने कहा की सुनीला देवी द्वारा एक आवेदन दिया गया है जिसमें हमलोग जाँच कर रहे हैं। आवेदन में कहा गया है जबरन जमीन कब्जा जाती सूचक गाली गलौज और धर्म परिवर्तन की बात है। जिसपर जाँच कर कार्रवाई करेंगें।
पीड़ित परिवार बैठे आमरण अनशन पर
वहीं मामले में अभी तक जिला प्रशासन एवं प्रखंड प्रशासन द्वारा सार्थक कार्रवाई नहीं होने से क्षुब्ध होकर सभी पॉच परिवार के 23 सदस्य बाल बच्चे के साथ अनुमंडल परिसर के समीप आमरण अनशन पर बैठ गये हैं।
एसडीओ सीओ एवं थाना प्रभारी बुझाने पर लगे हैं
पीड़ित परिवार का आरोप है कि जिस जमीन पर विगत दिनों पीएम आवास का कार्य तक हुआ है एवं उक्त जमीन का रैयत भी पीड़ित परिवार के दलित लोग ही हैं। वाबजूद उक्त जमीन का फर्जी कागजात तैयार कर एवं एक्सचैंज दिखाकर चिरूडीह के लोग गलत ढंग से जोर जबर्दस्ती कर जमीन पर कब्जा जमाने के फिराक में हैं।
जमीन का कागजात होने के बाद भी सड़क पर गुजारने का मजबूर
जमीन लक्षमण डोम एवं ननकू डोम के नाम से है। जिसका वारिश सुनिला देवी एवं उसके पति एवं अन्य हैं। वहीं रमजान मियॉ एवं लूकमान मियॉ एक्सचैंज कर जमीन का असली वारिश खुद को बताकर दलितों को बेघर कर दिया है।
मामले को लेकर जिला प्रशासन गंभीर नहीं
डीसी फैज अक अहमद मुमताज इस संबंध में सारा दोष मीडिया पर दे रहे हैं। जबकि अभी तक उक्त जमीन के असली वारिश से खुद मिलने का जुररत तक नहीं समझे हैं। समाहरणालय में रहने के बाद भी डीसी एक बार भी पीड़ित परिवार से नहीं मिले।
भाजपा आंदोलन करेगी
दलितों पर अत्याचार के मुद्धे को लेकर शुक्रवार को भाजपा एक दिवसीय धरणा प्रदर्शन के माध्यम से अपनी आवाज को पीड़ित परिवार के पक्ष में उठाने का कार्य करेगी।