– मामले में बसंतराय पुलिस की भूमिका संदिग्ध
– 5 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
– विधायक ने की बालू तस्करी पर रोक लगाने एवं थाना प्रभारी के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग
कामिल की रिपोर्ट
बसंतराय: बालू तस्करी को लेकर एक बार फिर बसंतराय पुलिस का संदिग्ध चरित्र उजागर हुआ है। प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचल अधिकारी द्वारा बालू लदे ट्रैक्टर को पकड़ा जाता है और पुलिस को सूचना दी जाती है। आश्चर्य की बात यह है कि अंचल अधिकारी जैसे प्रशासनिक पदाधिकारी द्वारा सूचना दिए जाने के बावजूद पुलिस काफी विलंब से पहुंचती है। इस बीच बालू तस्करों का हुजूम जुटता है और प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचल अधिकारी से धक्का-मुक्की करके ट्रैक्टर का इंजन लेकर फरार हो जाता है। बालू लदा टेलर घटनास्थल पर ही रह जाता है। लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि बालू लदे ट्रेलर को भी बाद में तस्कर लेकर फरार हो जाते हैं। अंचल अधिकारी के आवेदन पर भी बालू तस्करी का मामला दर्ज करने में पहले टालमटोल किया जाता है। जाहिर है इस पूरे प्रसंग में बसंतराय के थानेदार की भूमिका सवालों के घेरे में है। स्थानीय विधायक अमित मंडल ने एक बार फिर बालू तस्करों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन के उच्चाधिकारियों से बसंतराय के थाना प्रभारी के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है।
बसंतराय में एक बार फिर बालू माफिया का दुस्साहस की खबर निकलकर सामने आ रही है। बालू माफिया की दादागिरी शुक्रवार मध्य रात्रि को थाना क्षेत्र के कैथपुरा गांव के समीप नदी किनारे पर दिखी।अंचलाधिकारी मुंशी राम ने जानकारी देते हुए बताया कि गुप्त सूचना पर शुक्रवार की रात 11.30 बजे अवैध बालू लदे एक ट्रैक्टर को जब्त किया। उक्त गाड़ी के ड्राइवर को भी अंचल गार्ड के द्वारा कस्टडी में लिया गया।
इस बीच अंचलाधिकारी और बालू माफिया के बीच तकरार बढ़ गई। अंचलाधिकारी ने मौका-ए-वारदात से बसंतराय थाना प्रभारी रोशन कुमार को जानकारी देते हुए घटनास्थल पर आने को कहा। लेकिन थाना प्रभारी के द्वारा विलंब से पहुंचने पर बालू माफिया ने मजमा बनाकर अंचलाधिकारी के समक्ष दबंगई कर जब्त वाहन का इंजन जबरन साथ लेकर चलते बने। बालू माफियाओं की दबंगई पुलिस के अभाव में अंचल अधिकारी मूकदर्शक बनकर देखते रह गए।
अंचलाधिकारी श्री राम ने बताया कि अगर पुलिस समय से पहुंचती तो बालू माफिया को ट्रैक्टर का इंजन ले जाने से रोका जा सकता था। बेखौफ बालू माफिया के समक्ष कार्रवाई पूरी तरह बौनी बनकर रह गई।
बताते चलें कि ट्रैक्टर पकड़ने की सूचना पर सभी लाइनर, मालिक और माफिया तत्व जुट गए। दर्जन भर माफिया ने घटनास्थल पर अंचल अधिकारी की फजीहत शुरू कर दी। अंचलाधिकारी के पास सुरक्षाबल कम रहने के कारण माफिया भारी पड़ गए। फिर ट्रैक्टर का डाला खोल स्टार्ट कर चलते बने और भागने में सफल रहे।
आश्चर्य की बात यह है कि अंचल अधिकारी के स्पष्ट निर्देश के बावजूद मामले की प्राथमिकी करीब 20 घंटे बाद शनिवार को शाम 7 बजे दर्ज की गई। जाहिर है पूरे प्रकरण में बसंतराय के थाना प्रभारी की भूमिका संदिग्ध और सवालों के घेरे में है।
पूरा मामला बेहद संगीन प्रतीत हो रहा है। बीते कुछ दिन पूर्व ही बसंतराय थाना क्षेत्र के कैथिया में बालू माफिया जबरन दो ट्रैक्टर को अंचलाधिकारी के मौजूदगी में छुड़ा कर ले गए थे। पूरे मामले पर अंचलाअधिकारी मुंशी राम ने बताया कि शनिवार को उक्त ट्रैक्टर के ड्राइवर को पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। वहीं प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश भी दे दिया गया है।अंचलाधिकारी की करवाई से प्रखंड क्षेत्र के बालू माफिया में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं दूसरी ओर थाना प्रभारी की भूमिका को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है। आरोप लगाया जा रहा है कि वर्तमान थाना प्रभारी भी पूर्ववर्ती थाना प्रभारियों के नक्शे कदम पर चलते हुए बालू माफियाओं के संरक्षक की भूमिका का निर्वाह कर रहे हैं।
पहले था पुलिस गाड़ी का चालक, अब बन गया बालू माफिया
अंचलाधिकारी मुंशी राम ने बताया ड्राइवर को पूछने पर पता चला कि गाड़ी विनय यादव की है। विनय यादव पहले थाना की गाड़ी का प्राइवेट ड्राइवर था। अब उसकी पहचान इलाके के बालू माफिया की बन गई है। थाना से पुराना ताल्लुकात रहने के कारण विनय यादव की पुलिस अधिकारियों से खूब छनती है।
इस मामले में बजरंगी यादव, विनय यादव, मदन यादव और ड्राइवर समेत एक अज्ञात को आरोपी बनाया गया है। ड्राइवर को जेल भेज दिया गया है।
क्या कहते हैं विधायक
विधायक अमित मंडल ने कहा कि जिस निष्ठा से थाना प्रभारी ने बालू माफियाओं की मदद की और देर से पहुंचे, उसके कारण थाना प्रभारी को अविलंब निलंबित किया जाना चाहिए। अंचलाधिकारी खुद जाकर बालू लोडेड गाड़ी को पकड़ते हैं और थाना प्रभारी को सूचना मिलने के बावजूद करीब डेढ़ घंटे विलंब से थाना प्रभारी पहुंचते हैं। इससे साफ पता चलता है कि थाना प्रभारी की व्यक्तिगत संलिप्तता है। इससे तो साफ पता चलता है कि कहीं ना कहीं थाना प्रभारी बालू माफिया से मिले हुए हैं।
इसको लेकर के विधायक श्री मंडल ने डीआईजी एवं उपायुक्त से मामले की जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि बालू उठाव पर रोक रहने के बावजूद बालू तस्करी का कार्य निरंतर जारी है। विधायक ने कहा कि बालू की अवैध तस्करी के खिलाफ उनका संघर्ष जारी रहेगा।