– ऊर्जानगर ईसीएल अस्पताल में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा डेडिकेटेड कोविड अस्पताल का हुआ उद्घाटन
अभय पलिवार की रिपोर्ट
गोड्डा: मंगलवार को गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे, राजमहल सांसद विजय हांसदा, उपायुक्त भोर सिंह यादव , ईसीएल के डायरेक्टर डॉ बी वीरा रेड्डी एवं ईसीएल के अधिकारियों उपस्थिति में महागामा प्रखंड अंतर्गत ऊर्जानगर अस्पताल में अलग से 25 बेड का डेडिकेटेड कोविड अस्पताल का उद्घाटन ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया।
इस मौके पर राजमहल सांसद विजय हांंसदा ने कहा कि जिला के महागामा प्रखंड अंतर्गत ऊर्जानगर अस्पताल में 25 बेड (19 ऑक्सीजन युक्त बेड एवं 6 आईसीयू बेड) वाले डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के आरंभ होने से इस इलाके के संक्रमित रोगियों को अन्य जिले एवं समीपवर्ती राज्यों मे इलाज के लिए नहीं जाने पड़ेंगे। यहां के लोगों को राजमहल परियोजना अंतर्गत चलाए जा रहे ऊर्जानगर अस्पताल के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में सारी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।डेडिकेटेड कोविड अस्पताल आरंभ होने से यहां के लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।इसका श्रेय यहां के जनप्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन को जाता है जिनके अथक प्रयास से यह कार्य सफल साबित हुआ है ।
उन्होंने बताया कि आगे भी कोरोना के तीसरे स्टेज के लिए हमें तैयार रहने की आवश्यकता है। जरूरत पड़ने पर और भी ऑक्सीजन बेड बढ़ाए जा सकते हैं। इसके लिए हमें एकजुट होकर पूरी तरह से तैयार रहना है। उन्होंने जिला प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम ने मिलकर आज इसकी शुरुआत की है जो काफी सराहनीय है।
ऑनलाइन उद्घाटन समारोह के मौके पर गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधि , ईसीएल प्रबंधन एवं जिला प्रशासन की मदद से डेडिकेटेड कोविड अस्पताल शुभारंभ हो रहा है,जो महागामा प्रखंड के लिए लिए गौरव की बात है। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग की टीम एवं ईसीएल प्रबंधन को अपना आभार प्रकट किया। उन्होंने बताया कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के प्रथम चरण के समाप्त होने के बाद दूसरे चरण हम अपने घरों में सुरक्षित रहें। तीसरे चरण आने से पहले हमें और भी सतर्कता बरतनी है, तभी हम कोरोना जैसी भयानक बीमारी का सामना कर सकेंगे । उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन सिलेंडर को ऑपरेट करने के लिए तकनीकी ज्ञान का होना अति आवश्यक है। अतः तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त लोगों के द्वारा ही कार्य संपन्न कराए जाएं, ताकि किसी भी तरह परेशानियों का सामना न करना पड़े। जरूरत पड़ने पर चिकित्सकों ,एएनएम को प्रशिक्षण देकर स्वास्थ्य सेवाओं को और भी चुस्त दुरुस्त किया जाए। उन्होंने अपील किया कि सारे लोग मिलकर कोरोना जैसे भयानक महामारी का सामना एकजुट होकर करें। तभी हम इसे दूर कर पाएंगे।
उपायुक्त भोर सिंह यादव ने मौके पर कहा कि जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बचाव एवं रोकथाम के लिए महागामा प्रखंड अंतर्गत ऊर्जानगर अस्पताल में अलग से 25 बेड का यह डेडिकेटेड कोविड अस्पताल बनाया गया है। इसमें अत्याधुनिक चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। यहां कोरोना संक्रमितों का बेहतर इलाज किया जाएगा।
श्री यादव ने कहा कि जिले में तेजी से बढ़ रहे संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा युद्ध स्तर कार्य जारी है। जिला प्रशासन के द्वारा डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में रोगियों के लिए बेहतर स्वास्थ्य के उपचार हेतु स्वास्थ्य सामग्रियां उपलब्ध कराई गई है। आगे भी जरूरत पड़ने पर जिला प्रशासन के द्वारा हमेशा सहयोग मिलते रहेंगे ,चाहे ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता हो या अन्य सामग्रियां।जरूरत पड़ने पर यहां के जनप्रतिनिधियों के द्वारा भी ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया जा रहा है।
ईसीएल के डायरेक्टर डॉ बी वीरा रेड्डी ने अपने संबोधन में कहा कि ऊर्जानगर अस्पताल परिसर में डेडिकेडेड कोविड अस्पताल ऑक्सीजन सिलेंडर के जरिए कोविड के रोगियों को ऑक्सीजन की सुविधा मुहैया कराई जा रही है।यहां 19 ऑक्सीजन बेड, और 6 आइसीयू में संक्रमितों का इलाज किया जाएगा। पुरुष वार्ड एवं महिला वार्ड में ऑक्सीजन, डॉक्टर, नर्स सहित अन्य सभी सुविधाएं 24*7 घंटे उपलब्ध रहेंगी। जो राजमहल परियोजना अंतर्गत एक विशेष उपलब्धि है। महागामा अनुमंडल के लोगों को सुविधाएं प्राप्त हो सकेंगे।
कार्यक्रम का संचालन ईसीएल के अधिकारी सुशील साहिल एवं धन्यवाद ज्ञापन जनरल मैनेजर देवेंद्र कुमार नायक ने किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अनुमंडल पदाधिकारी, महागामा जितेंद्र कुमार देव, ईसीएल के क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक एसके प्रधान ,डेडिकेटेड कोविड अस्पताल महागमा के चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे ।