अभय पलिवार की रिपोर्ट
गोड्डा : खनन माफिया द्वारा एक राष्ट्रीय हिंदी दैनिक के मेहरमा स्थित संवाददाता अनवर के साथ बेरहमी पूर्वक की गई पिटाई के खिलाफ पत्रकार जगत में असंतोष गहराता जा रहा है। ऑल इंडिया स्मॉल एंड मीडियम जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन (एआईएसएमजेडबल्यूए) के झारखंड एवं बिहार के प्रभारी प्रीतम सिंह भाटिया ने सर्वप्रथम पहल करते हुए मुख्यमंत्री, दुमका डीआईजी एवं गोड्डा पुलिस को ट्वीट करते हुए दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने एवं पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग की है। वहीं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सचिव एवं महागामा की विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने भी ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री से पत्रकार पर हमले के दोषी खनन माफिया के खिलाफ अविलंब उचित कार्रवाई करने की मांग की है।
घटना की जानकारी मिलते ही पत्रकारों के हित एवं कल्याण के लिए दिन-रात संघर्षरत एआईएसएमजेडब्ल्यू के झारखंड एवं बिहार प्रभारी प्रीतम सिंह भाटिया ने शुक्रवार की देर रात पीड़ित पत्रकार अनवर से संपर्क कर मामले की जानकारी ली। श्री भाटिया ने शुक्रवार की देर रात ही ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री, दुमका के डीआईजी एवं गोड्डा पुलिस से दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
शनिवार को फिर एक बार श्री भाटिया ने कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए पत्रकार उत्पीड़न कांड पर मुख्यमंत्री से फिर कार्यवाही करने का अनुरोध किया। मालूम हो कि खनन माफिया द्वारा पत्रकार अनवर की पिटाई करने के मामले पर जिले के एकमात्र राजनीतिज्ञ एआईसीसी की सचिव एवं महागामा की विधायक दीपिका पांडेय सिंह खुलकर मैदान में उतरी हैं।
विधायक श्रीमती सिंह ने मुख्यमंत्री को ट्वीट करते हुए लिखा है कि खनन माफिया बेलगाम हो चुके हैं। एक पत्रकार सच सामने लाना चाह रहे थे, उन पर जानलेवा हमला हुआ है। विधायक ने लिखा है कि अनवर एक शालीन पत्रकार हैं और अपने कर्तव्य का पालन कर रहे थे। उन्होंने सवालिया लहजे में मुख्यमंत्री को ट्वीट करते हुए लिखा कि क्या सच्चाई सामने लाना अपराध है? विधायक ने अपने ट्वीट में लिखा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए।
विधायक के इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए प्रीतम सिंह भाटिया ने दुमका डीआईजी को टैग करते हुए लिखा कि इस पर आपका जवाब आना चाहिए। संथाल परगना में पत्रकार साथियों को आए दिन मारपीट और फर्जी मामलों का सामना करना पड़ रहा है। अब पत्थर माफियाओं का मनोबल इतना बढ़ गया है कि पत्रकार अनवर को न सिर्फ दौड़ा-दौड़ा कर पीटा बल्कि मोबाइल भी छीन लिया।
इस बीच पत्रकार की पिटाई मामले में मेहरमा पुलिस ने 8 चालक एवं खलासी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। लेकिन पीड़ित पत्रकार का कहना है कि जेल भेजे गए लोगों में कोई मारपीट में शामिल नहीं था। वहीं मेहरमा थाना के एक संदिग्ध एएसआई, जो कि खनिजों का अवैध परिचालन करने वाले वाहन मालिकों एवं स्थानीय थाना पदाधिकारियों के बीच सेतु का काम करते हैं, को एसपी द्वारा लाइन हाजिर करने की चर्चा है। हालांकि एएसआई को लाइन हाजिर करने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।
पत्रकार अनवर की पिटाई के बाद इस सीमावर्ती क्षेत्र में अवैध खनन के खिलाफ लगातार खबर चलाने वाले दो अन्य पत्रकार भी खनन माफिया एवं स्थानीय पुलिस की हिट लिस्ट में शामिल हैं। दोनों पत्रकार सहमे रहने के बावजूद सच को सामने लाने में दिलेरी दिखा रहे हैं।