बसंत कुमार गुप्ता
गुमला। संयुक्त किसान मोर्चा की आह्वान पर आज दिनांक 26 मई 2021 को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला गुमला द्वारा काला दिवस मनाया गया। यह काला दिवस भाजपा की किसान विरोधी काला कानून और सार्वजनिक क्षेत्र के कंपनियों को निजी हाथों सौंपने के खिलाफ और करोना काल में विफल साबित होने के साथ-साथ महंगाई में वृद्धि को अंकुश न कर पाने के खिलाफ धरना दिया गया। इस अवसर पर कामरेड बसंत गोप ने कहा कि केन्द्र की सरकार ने किसानों के हित में काम नहीं कर रही हैं। किसान विरोधी काला कानून लाकर किसानों को मझधार में छोड़ दिया है और बड़े पुंजीपतियो को लाभ दिया है ।इस कानून से किसान अपने खेतों में ही मजदूर बन कर रह कर रह जाएगा। अपने मुताबिक खेती नहीं कर पाएंगे। देशी विदेशी कारपोरेट जगत किसान की जमीन पर आ जाएगा जो किसानों की जमीन पर संकट खड़ा हो जाएगी। ज्ञात हो कि बिते छ: महीने से देश के किसान कृषि कानून को समाप्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाने को लेकर आन्दोलन कर रहे हैं लेकिन केन्द्र की कारपोरेट पस्त मोदी सरकार ने आंख बंद करके अडाणी और अम्बानी के लाभ के लिए न केवल वल किसान विरोधी नीतियों को लागू करने में लग गए हैं बल्कि सरकारी सम्पति को बेचने में लगी है। सरकारी उपक्रमों को नीजीकरण से पढ़े लिखे नौजवानों के रोजगार पर ग्रहण लग गया है। केन्द्र सरकार की गलत नीतियों से आवश्यक सामग्री के कीमत पर बृध्दि दिन ब दिन हो रही है। कोरोना काल में आक्सीजन के आभाव से देश के लाखों जनता अपनी जान गवां चुके हैं । गंगा नदी में लाशें बह रही हैं । केन्द्र सरकार चहुंमुखी विफल साबित रही है। मोदी सरकार को तत्काल स्तीफा दे देना चाहिए।