गुमला l डिफेंस सिक्युरिटी आफ इंडियन आर्मी में कार्यरत पंडरानी सिसई के समरू सिंह ने एक मामले को लेकर सिसई पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए राज्य मानवाधिकार आयोग एवं पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाया है l भेजे गए पत्र में इन्होंने कहा है कि मैं ग्राम पंडरानी सिसई निवासी डिफेंस सिक्युरिटी आफ इंडियन आर्मी में कार्यरत हुं , मेरे पूत्र विक्रांत सिंह उर्फ बबलु बी०एन० जालान कालेज सिसई में अंग्रेजी आनर्स फाइनल ईयर का स्टूडेंट है तथा 19 अक्टूबर को इसे फाइनल परीक्षा में भाग लेना है लेकिन 24-09-2021 का मो० ज़ैद आलम का एक सड़क दुर्घटना मामले पर सिसई थाना में एक फर्जी एफआईआर दर्ज कराकर सिसई पुलिस ने मेरे पुत्र एवं गांव के एक युवक संतोष कुमार सिंह को थाना में बुलाकर दो दिनों तक हाजत में रखकर बेरहमी से मारपीट कर जेल भेज दिया है जो बिल्कुल गैर न्यायोचित, असंवैधानिक एवं मानवाधिकार का घोर उलंघन है l जिस बात की जानकारी मिलने पर मैं अपने ड्यूटी से अवकाश लेकर आया और शिकायत दर्ज कर रहा हूं l इन्होंने कहा कि मो० ज़ैद आलम का सड़क दुर्घटना 24 -09-2021 को हुआ जो रेफरल अस्पताल सिसई का वाह्य पर्ची संख्या 2057 से प्रमाणित हो रहा है , दूसरा प्रमाण उपाधिक्षक सदर अस्पताल, गुमला का ज्ञापांक 1237, दिनांक 11-10-21 है जो इलाजरत प्रमाण पत्र में रोड दुर्घटना होने का जिक्र है और बेहतर इलाज के लिए दिनांक 24-09-2021 को ही रिम्स रेफर किया गया था l दिनांक 30-10-2021 की तिथि से मो० ज़ैद आलम का सिसई थाना के नाम से लिखित पिटीशन में मेरे पुत्र पर अटेम्प्ट टू मर्डर का आरोप लगाकर एफआईआर करना बिल्कुल ग़लत और मनगढ़ंत है तथा पिटीशन फर्जी है और सिसई पुलिस द्वारा मारपीट करना बिल्कुल न्यायसंगत नहीं है l इन्होंने कहा है कि मेरे पुत्र विक्रांत उर्फ बबलु तथा गांव के संतोष बिल्कुल निर्दोष है , ये टायलेंटर स्टूडेंट्स है जो राष्ट्रीय स्तर के खेलों में भी भाग लिया है वो अपना कैरियर पर हमेशा लगा रहता है और इसे पढ़ाई-लिखाई से फुरसत नहीं है l इसके विरुद्ध पहले से किसी भी तरह का कोई भी अपराधिक या दिवानी मामला लम्बित नहीं है लेकिन इसके जिंदगी को बर्बाद करने के लिए इस तरह का साजिश रची जा रही है l