जामताड़ा : 3 दिन पूर्व अधिवक्ता प्रकाश प्रसून राय के असामयिक निधन का दर्द अभी समाप्त भी नहीं हुआ था कि शनिवार को सुबह 5:00 बजे जिला अधिवक्ता संघ के वरीय अधिवक्ता व पूर्व अध्यक्ष गणेश चंद्र चौधरी के असामयिक निधन पर संघ परिवार को गहरा आघात लगा है जिसे लेकर शोक सभा का आयोजन जिला अधिवक्ता संघ सभागार में जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष रामकृष्ण मिश्र की अगुवाई में आयोजित की गई अध्यक्ष ने बताया कि अधिवक्ता गणेश चंद्र चौधरी का जन्म 1938 में हुआ था जिला अधिवक्ता संघ जामताड़ा में 1968 को योगदान दिए और तब से निरंतर वकालत के पेशे से जुड़े रहे उनके पुत्र राकेश रंजन उर्फ बंटी ने बताया कि पिताजी रात 2:00 बजे उठकर पानी पिए और पानी पीने के बाद जो सोए फिर वह नहीं उठे किसी तरह का कोई दिक्कत उनको नहीं था उनकी उम्र 85 वर्ष हो गई थी दाह संस्कार पैतृक गांव दुनवाजोड़ी में होगा वे अपने पीछे पत्नी एवं 7 पुत्री एवं 1 पुत्र नाती पोता से भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं अध्यक्ष ने बताया कि हमने अपना एक साथी खो दिया उनकी कमी हमेशा संघ परिवार को रहेगी हुए वे अच्छे कानून विद थे न्यायपालिका एवं संघ परिवार के काफी सम्मानित व्यक्ति थे साथ ही राजनीतिज्ञ और आरएसएस के सफल एवं कर्तव्यनिष्ठ व्यक्ति थे जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष भी रह चुके हैं वह काफी मृदुभाषी थे किसी भी बात को बुरा नहीं मानते और हंस कर जवाब देते थे संस्कृत में श्लोक चुटकुले उनके जुबान पर हर हमेशा रहते थे जूनियर अधिवक्ताओं को घंटों अपना सलाह दिया करते थे एवं अपना अनुभव को उनके साथ शेयर करते थे वरीय अधिवक्ता अरुण कुमार बॉस ने बताया कि मुझसे 2 साल जूनियर थे हम दोनों ही राजनीतिज्ञ थे वह आरएसएस के कद्रदान थे और मैं कम्युनिस्ट विचारधारा का था उनकी कमी हमेशा हम सब को खलेगी वही उनके अंतिम दर्शन के लिए न्यायपालिका एवं शहर के जाने-माने व्यक्ति विधायक एवं अधिवक्ताओं के समूह उनके आवास पर लगी रही उन्होंने उपस्थित संघ के सदस्य को इस महामारी से दूर रहने और स्वयं को हिफाजत में रखने की सलाह दी है बताया कि इसके चपेट में जो भी आया उसका बचना मुश्किल है इसलिए सरकार द्वारा दी गई गाइडलाइन का पूर्ण रुप से पालन करें इस मौके पर वरीय अधिवक्ता अरुण कुमार बॉस जो मनोज कुमार सिंह सुरेश प्रसाद सिंह सतीनाथ मंडल सौमित्र सरकार विजेंद्र कुमार सरखेज मोहम्मद खलील शमशुल हुदा अनवर अंसारी निमाई राय उमेश भैया मुक्ता मंडल संचिता दा ब्रोजेन माझी सभी नाथ झा समीर नाथ झा प्रशांत पाल अनवर अंसारी अनावल अंसारी सहित कई अधिवक्ता मौजूद थे