मामला- कोरोना वैक्सीनेशन समिति के संयोजक रमेश कुमार को हटाने का
मावेल रिवेलो समर्थक दावा कर रहे हैं मंत्री समर्थक होने का
गुमला से बसंत गुप्ता की रिपोर्ट
गुमला ः कोरोना काल में जनसेवा के अपने संकल्प को जमीन पर उतारने,गरीबों की सेवा और मदद से खोया हुआ जनाघार हासिल करंने और कोरोना टीका को लेकर फैले मतिभ्रम,अफवाह और संशय दूर करने के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डाः रामेश्वर उरांव के सपने को जिला काग्रेस की गुटबाजी ने चकनाचूर ही नहीं किया बल्कि दागदार बना दिया है। इस गुटबाजी के उभरने का कोरोना काल में टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से काग्रेंस के जागरूकता अभियान के संयोजक को जिला कांग्रेस अघ्र्यक्ष रोशन बरवा द्वारा हटाया जाना है। नयी जागरुकता अभियान का नए सिरे गठन करना है। जबकि रमेश कुमार कोरोना के दोनो फेज में आदिम जनजाति से लेकर भूख से जूझ रही जनता को निजी खर्च से राशन, सेनेटाइजर, मास्क का वितरण कर रहे हैं ।विपक्ष भी उनके योगदान का लोहा मान रहा है। प्रशासन भी उनको प्रशस्ति पत्र से सम्मानित कर चुका है। इस विवाद की पृष्ठभूमि तो राजीव गांघी जयंती समारोह में तैयार हो गयी थी। उसी दिन से जनसेवा और जागरूकता की शुरुआत हुई धी। चावल के स्टाक को लोहरदगा रोड में राम निवास के मकान में रखना तय था जिसे सिलम ले जाया गया। मास्क और सेनेटाइजर का इंतजाम रमेश चीनी को करना था। राजीव गांघी जयंती समारोह में विशेष दूत बनकर आए संजय दूबे के सामने 60 पैकेट चावल लाया गया हर पैकेट मेन दो किलो चावल रहा होगा। विशेष दूत पार्टी की बदनामी और गुटबाजी नहीं उभरने के उद्देश्य से चुप रहना मुनासिब समझा। लेकिन सिलम पंचायत में पूर्व जिला कांग्रेस अघ्यक्ष चुमनू उरांव और मुखिया पत्नी श्वेता उरांव ने सिलम पंचायत के गांव- गांव घूमकर अनाज वितरण करना आरंभ किया तब यह सवाल उठना लाजिमी था कि कया गरीब सिर्फ सिलम पंचायत में हैं या जिले के अन्य पंचयतों में भी है। काग्रेस के अंदरखाने में चर्चा सरेआम होने लगी कि माल महराज के मिर्जा खेले होली। सबसे अहम सवाल यह भी है कि कांग्रेस में सांसद मावेल रिवोलो के घूर समर्थक और मंत्री रामेश्वर के घोर विरोघी में शुमार माणिक चंद साहु अघिकारियों में मंत्री समर्थक होने का दावा करते फिर रहे हैं।माणिक नहीं चाहले कि कांग्रेस में कोई दबदवा बना सके
क्या कहते हैं रमेश चीनी
संयोजक पद से हटाए गए जिला कांग्रेस के वरीय उपाध्यक्ष रमेश कुमार चीनी कहना है कि जागरूकता के लिए हर प्रखंड में कमेटी बनाते हुए उपायुक्त को पत्र लिखा गया कि हमारी कमेटी के सदस्यों से सहयोग लिया जाए।टीकाकरण को बढावा देने की आम जनता से अपील की गयी। मैने राशन,सेनेटाइजर, मास्क अपने खर्च से वितरण किया। सच तो यह कि जिला प्रभारी नमन विक्सल कोनगारी न गुमला आए और न हीं कोई लिखित निर्देश दिया। मैं पार्टी का सिपाही रहा हूं और रहूंगा।