गुमला : झारखंड नवनिर्माण दल जिला समिति गुमला के तत्वधान में पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत भ्रष्टाचार के खिलाफ व विभिन्न जनसमस्याओं को लेकर गुमला कचहरी में धरना कार्यक्रम दल के वरिष्ठ नेता शंकर उराव की अध्यक्षता में आयोजित की गई । धरना में मुख्य रूप से उपस्थित झारखंड नवनिर्माण दल के केंद्रीय संयोजक विजय सिंह ने कहा कि हेमंत सरकार के शासन में भी विकास के नाम पर भ्रष्टाचार व लूट मची है । कोई भी विभाग व योजना भ्रष्टाचार मुक्त नहीं है , वहीं हेमंत सरकार अपने चुनावी वादे तो पूरी नहीं कर पायी राज्य में फैले भ्रष्टाचार व अन्याय को रोकने में भी पूरी तरह विफल साबित हो रही है । श्री सिंह ने वर्तमान पंचायत के प्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि 14वें वित्त आयोग के तहत हुई विकास कार्यों की जांच हो तो जिले के आधे जनप्रतिनिधि जेल में नजर आएंगे । इसलिए आसन्न पंचायत चुनाव में जनता संघर्षशील व ईमानदार प्रत्याशी को तन मन धन से मदद कर जिताने की गारंटी करें तभी गांव की स्थिति बदलेगी । श्री सिंह ने झारखंड नवनिर्माण दल द्वारा 2 अक्टूबर से संचालित ” ग्राम सभा को मजबूत बनाओ ” अभियान को गांव-गांव में ले जाकर भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन तथा जनहित के मुद्दे पर होने वाली आंदोलन को मजबूती देने की अपील की | झारखंड नवनिर्माण दल मजदूर यूनियन के नेता शंकर उरांव ने कहा कि काम करने के दौरान करंट से हुई दोदरा गांव के मां – पुत्र व बांगरू की छात्रा की मौत के मामले में सरकार की लापरवाही के कारण कल्याण बोर्ड से मिलने वाली पांच लाख रुपए मुआवजा नही मिली है जिसे दुखद बताते हुए सरकार से हस्तक्षेप कर मुआवजा व एक सदस्य को नौकरी दिलाने की मांग की | किसान नेता आदित्य सिंह ने कहा कि देश में चल रहे किसान आंदोलन की मांगों को मोदी सरकार दमन से नहीं रोक सकती है । किसानों की मांग पूरा करना होगा । घाघरा प्रखंड के किसान मंच के प्रभारी शिवप्रसाद साहू ने टांगर शिकवार के विशेश्वर राम कि भ्रष्टाचार के कारण हुई मौत के जिम्मेदारों पर ठोस कार्रवाई नहीं होना और सरकार की ओर से विशेष मदद तथा आवास इत्यादि सुविधा अब तक नहीं मिलना दुखद है । महिला मंडल सहयोग संचालन समिति के प्रभारी पुष्पा उरांव ने महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार के लिए हेमंत सरकार को दोषी ठहराया और कहा कि गुरदरी में नाबालिकों के साथ सामूहिक दुष्कर्म बताता है कि हमारी बेटी बहनों का इज्जत व जान सुरक्षित नहीं है । धरना के माध्यम से राज्य सरकार व जिला प्रशासन से भ्रष्टाचार पर रोक तथा जनसमस्याओं का निराकरण के लिए ग्राम सभा के द्वारा समस्याओं की सूची मांग कर प्राथमिकता के आधार पर त्वरित समाधान की मांग मुख्य रूप से की गई ।
धरना कार्यक्रम में आदित्य सिंह ,शंकर उरांव , प्रकाश उरांव , शिवप्रसाद साहू , भूषण सिंह , मंगरा उरांव , रामप्यार तुरी , ननकू खेरवार , रामलाल असुर , बुद्धेश्वर ब्रिजिया , फबयानुस सारस , धर्मपाल उरांव , भुनेश्वर लोहरा , सुखराम पहान , पुष्पा उरांव , रायमुनि देवी , मालती देवी ,रुकमणी कुमारी सहित सैकड़ों की संख्या में जेएनडी के कार्यकर्ता और नेता मौजूद थे ।