रांची: दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत कार्यरत समेकित क्षेत्रीय केंद्र (सी आर सी) रांची , झारखंड (SVNIRTAR के अधीन) के द्वारा “शास्वत जिज्ञासा फाउंडेशन ” लखनऊ के सहयोग से – “कोविड काल मे भावनात्मक स्वास्थ्य ” विषय पर एक वेबीनार का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता और विशेषज्ञ के तौर पर श्रीमती नेहा आनंद , कार्यकारी निदेशक बोधीट्री इंडिया , मुख्य मनोवैज्ञानिक सलाहकार , बीबीएयू व स्टेट काउंसलर यूनिसेफ सह मिशनशक्ति उत्तर प्रदेश के द्वारा विषय पर अपनी प्रस्तुति दी गयी। उन्होंने को इस काल में समाज के हर वर्ग पर पड़ रहे मनोवैज्ञानिक प्रभाव के विभिन्न आयाम व उनके प्रबंधन के विषय पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जहां हर कोई आज भी इम्युनिटी बढ़ाने की बात कर रहा है इम्यूनिटी का अर्थ सिर्फ शारीरिक प्रबलता को ही बढ़ाना नहीं है बल्कि अपने मनोबल को भी बढ़ाने की जरूरत है ताकि हम इस अप्रत्याशित परिस्थिति में अपने और अपने परिवार जनों व समाज में बेहतर समन्वय और सकारात्मकता के साथ विपरीत परिस्थितियों का मुकाबला कर पाएं। उन्होंने मानसिक दबाव कम करने व सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने हेतु कई सरल उपाय भी बताएं। कार्यक्रम “सास्वत जिज्ञासा” लखनऊ के संस्थापक सीतांशु जी ने भी संबोधित किया और इस विषय पर अपने विचार रखें।
SVNIRTAR कटक के निदेशक डॉ एस पी दास के संरक्षण व नोडल अधिकारी श्री प्रमोद तिग्गा के सहयोग , और श्री जीतेंद्र यादव निदेशक CRC रांची के संयोजन में यह कार्यक्रम आयोजित की गई। कार्यक्रम मे श्री राजेश रंजन, व्याख्याता (भौतिक चिकित्सा )श्री। सतीश कुमार (पी एंड ओ) सीआरसी रांची सहित कार्यक्रम में झारखंड समेत पूरे देश के १०० प्रतिभागियों ने अपनी भागीदारी प्रस्तुत की।