खूंटी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार आर्थिक विकास दर को बढ़ावा देने के लिए स्टार्ट अप, कृषि आधारित व्यवसाय, स्वरोजगार और MSME सेक्टर में आम नागरिको की भागीदारी चाहते हैं इसी क्रम में भारत सरकार के वित्त विभाग के निर्देशन पर खूँटी के नगर भवन सभागार में बैंक ऑफ इंडिया की अगुवाई में क्रेडिट आउटरीच कैम्प का आयोजन किया गया।
बैंकों द्वारा आयोजित क्रेडिट आउटरीच कैम्प के माध्यम से लोग अपने कुटीर उद्योग और व्यापार को आगे बढ़ा सकते हैं। खुंटी नगर भवन परिसर में विभिन्न बैंकों के द्वारा स्टॉल भी लगाए गए। क्रेडिट आउटरीच कैम्प के तहत बैंकों के माध्यम से रोजगार और व्यवसाय से जुड़ने वालों को वित्तीय जानकारियां दी गयी। साथ ही स्टॉल के माध्यम से व्यावसायिक लोन, समूह लोन, होम लोन, पर्सनल लोन और वाहन लोन की भी जानकारियां साझा की गईं।
नगर भवन में आयोजित क्रेडिट आउटरीच कैम्प का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि उपायुक्त शशि रंजन विशिष्ट अतिथि उप विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह आदि ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। क्रेडिट आउटरीच कैम्प के तहत कार्यक्रम में कई किसानों और स्वरोजगार करने वाले ग्रामीणों को बैंकों के माध्यम से ऋण की राशि चेक के माध्यम से उपलब्ध कराई गई।
कार्यक्रम में उपस्थित उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि खूंटी जिला में कृषि आधारित व्यापार और कुटीर उद्योगों को बढ़ावा दिया जा सकता है। खूंटी जिले की बड़ी आबादी बैंकों से जुड़ी है, साथ ही बचत खाता और चालू खाता भी विभिन्न बैंकों में आम ग्रामीणों और व्यवसायियों द्वारा संचालित हैं। जिले के किसान, महिलाएं, सीमांत किसान, नए छोटे व्यवसाय करने वाले , पीएमइजीपी से जुड़े ग्रामीण तथा ठेले खोमचे इत्यादि स्वरोजगार से जुड़े आम ग्रामीणों को बैंकों के माध्यम से वित्तीय सहायता देकर आर्थिक गतिविधियों को मुख्यधारा में पहुंचाया जा सकता है। छोटे बड़े व्यवसाय के लिए और नए रोजगार सृजन के लिए बैंक लोन देकर खूंटी जिले को आर्थिक रूप से सशक्त बना सकता है। उपायुक्त ने कहा कि इस दिशा में बैंकों को तकनीकी अप्रोच की बजाय सरल भाषा और आम जनता की समझ के मुताबिक वित्तीय साक्षरता द्वारा बैंकिंग प्रणाली और बैंकिंग सुविधाओं की जानकारियां दें।
खूंटी जिले में प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत जुड़े 815 लाभुकों के लिए विभिन्न आर्थिक गतिविधियों के लिए 3 करोड़ 78 लाख का ऋण स्वीकृत किया गया है। साथ ही मुद्रा योजना, स्टार्टअप, एमएसएमई और पीएमईजीपी के तहत 2377 लाभुकों के बीच 41 करोड़ 81 लाख का ऋण स्वीकृत किया गया है। केसीसी, फ़ूड प्रोसेसिंग के तहत 1816 लाभुकों का चयन कर विभिन्न बैंकों के माध्यम से 6 करोड़ 28 लाख की राशि निर्गत की जाएगी। बैंकों के माध्यम से लोन लेकर कृषि के क्षेत्र में खुंटी जिले में बेहतर कार्य करने की संभावनाएं हैं।