– कोरोना प्रोटोकॉल पर भारी पड़ी आस्था
गोड्डा/मेहरमा : सावन की पहली सोमवारी को जिला मुख्यालय समेत जिले के शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। कोरोना प्रोटोकॉल पर शिव भक्तों की आस्था भारी पड़ी।
जिला मुख्यालय के प्रसिद्ध श्री रत्नेश्वर नाथ महादेव मंदिर में अहले सुबह से ही भक्तों के आगमन का सिलसिला शुरू हो गया था। दिन भर पूजा अर्चना के लिए भक्तों की भीड़ बनी रही। मंदिर प्रबंधन द्वारा भीड़ नियन्त्रण के लिए बांस से घेराबंदी की गई थी। सिर्फ महादेव मंदिर एवं मां पार्वती मंदिर का पट खुला हुआ था। अन्य मन्दिरों का पट बंद ही था। हालांकि अन्य वर्षों की तुलना में भीड़ कम थी। मंदिर परिसर एवं बाहर पुलिस के जवान भी मौजूद थे। लेकिन लोगों की धार्मिक आस्था के समक्ष व्यवस्था बौनी सिद्ध हुई
मेहरमा संवाददाता के अनुसार, 26 जुलाई को हिंदू पंचांग के अनुसार, श्रावण कृष्ण पक्ष तृतीया और सावन का पहला सोमवारी था। हिंदू धर्म में सावन मास के साथ ही इसके सोमवार का भी विशेष महत्व होता है।इस महीने में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। सावन शुरू होते ही मंदिर व शिवालयों में हर-हर महादेव का उद्घोष उठने लगता है। सावन के पहले सोमवार को रुद्राभिषेक एवं जलाभिषेक किया गया। हालांकि कोरोना संकट के चलते ज्यादातर लोगों ने घर पर ही भगवान शिव की विधि विधान से पूजा की।
ठाकुरगंगटी एवं मेहरमा प्रखंड के सभी शिवालयों में पूजा अर्चना को लेकर भक्तों का तांता लगा रहा। इधर भगैया के मंदिर में शिवभक्तों ने रुद्राभिषेक किया। बड़ी संख्या में श्रद्धालु जलाभिषेक एवं पूजा के लिए मंदिर में पहुंचे। मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहा। मंदिर में सावन की पहली सोमवारी को कोविड गाइडलाइन का पालन प्रशासन द्वारा सख्ती के साथ कराया गया।