चतरा/मयूरहंड। जिले के मयूरहंड प्रखंड को ओडीएफ घोषित हुए दो वर्ष गुजर गए हैं। फिर भी मंझगावां पंचायत के सबलपुर और तिलरा में दलित परिवारों को शैचालय का लाभ नही मिला। उपरोक्त गांव में लगभग शौचालय अधूरे हैं और निकासी पुरी राशि कर ली गई है। वार्ड सदस्य सबिता देवी ने बताया कि अधिकतर गरीब लोग शौचालय के लाभ से वंचित हैं। जिनका बना भी है वह अधूरा है जिससे लोग खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। वहीं बल्कि भुइयां ने बताया कि एक दरवाजा को कई जगह खड़ा कर के फोटो खींच लिया और दरवाजा लेते गया संवेदक, साल भर से नही देखे हैं। मुनियां देवी ने बताया कि गुणावता नाम का कोई चीज नहीं है। केवल ढांचा खड़ा किया है, बहु-बेटी को खुले में शौच जाने से खतरा बना रहता है। प्रखंड में जल सहिया के साथ, एसएसजी के द्वारा कराया गाय काम अधूरा है। वहीं दुसरी ओर घोटाले पर पर्दा डाला जा रहा है। इसकी जांच हो तो चैकाने वाले मामले सामने आएंगे।