जन्नत में भी पेड़ हैं, रास्ता कब्रिस्तान से जाता है : आजाद कादरी
रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर: दावत ए इस्लामी द्वारा बंगलाटांड में संचालित मदरसा फैजान ए कंजुल इमान के सौजन्य से मुस्लिम क़ब्रिस्तान बंगलाटांड में पौधा रोपण अभियान चलाया गया. तीन दिनों तक चले पौधा रोपण अभियान में कुल 240 पौधे लगाए गए. इस अभियान की शुरुआत मदीना मस्जिद बंगलाटांड के पेशइमाम मौलाना इलियास फैजी, नायब इमाम हाफिज व कारी सद्दाम हुसैन फैजी एवं मदरसा फैजान ए कंजुल ईमान के मुदर्रिस हाफिज व कारी आजाद कादरी ने संयुक्त रूप से किये.
अपनी उद्घाटन तकरीर में हाफिज व कारी आजाद कादरी ने कहा कि जन्नत में भी पेड़ होंगे. जहां पेड़ों से अल्लाह की नेमतें हासिल होंगी. जन्नत में जाने का पहला रास्ता कब्रिस्तान के कब्रों से होकर जाता है. कब्रिस्तान में पौधे लगाने से छांव होंगे, जिससे कब्र में लेटे मुर्दों को अल्लाह की जानिब से राहत मिलेगी. उन्होंने कहा कि इसाले सवाब की नियत से पौधे लगाएं और उसकी हिफ़ाज़त भी करें. नियत यह हो कि घर के जो लोग इंतकाल कर गए हैं, उन्हें सवाब पहुंचाना है और पेड़ों की खिदमत कर अल्लाह को राजी करना है. जिससे अल्लाह आपकी और आपके धरों के मुर्दों की बख्शीश फरमा दे. पेड़ लगाना जिंदगी देना है. किसी को जिंदगी देने से बड़ी नेकी और क्या हो सकती है.
क़ब्रिस्तान कमेटी, दंदासाई एवं बंगलाटांड के नौजवानों के सहयोग से पौधरोपण किया गया. सागवान के 150, अमरूद के 30, काजू के 20, गम्हार के 10 तथा फूलों के 30 पौधे लगाए गए. इसके साथ ही सिंचाई के लिए प्लास्टिक के चार झरने क़ब्रिस्तान में दिए गए. युवाओं ने श्रमदान कर पौधे लगाए और मशीन लगा कर घास काट कर क़ब्रिस्तान की सफाई की.
वन एवं पर्यावरण विभाग चाईबासा प्रक्षेत्र के पौधा शाला बिद्री से सभी पौधे मंगाए गए थे. सदर सलीम अख्तर, अकरम वारसी, शेख अफ़रोज़, मो इस्माइल जुबो आदि ने श्रमदान करने वालों का नेतृत्व किया.